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जबलपुर:– मध्यप्रदेश के जबलपुर में धान और गेहूं खरीदी में हुए बड़े फर्जीवाड़े के बाद अब मूंग खरीदी में भी घोटाला सामने आया है। जिला प्रशासन की टीम द्वारा जांच के बाद इस मूंग घोटाले की परत-दर-परत सारी सच्चाई उजागर हो गई है। जिसके बाद मूंग खरीदी के दौरान हुए इस घोटाले में जिला प्रशासन ने बड़ा एक्शन लेते हुए खरीदी से जुड़े 10 लोगों पर फर्जीवाड़ा करने के आरोप में एफआईआर दर्ज कराई है। कृषि विभाग द्वारा कलेक्टर के निर्देश पर भेड़ाघाट थाने में घोटालेबाजों के ख़िलाफ़ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
जिला प्रशासन की जांच रिपोर्ट में 1 करोड़ 86 लाख रुपये से अधिक की मूंग और उड़द का फर्जीवाड़ा सामने आया है। दरअसल शहपुरा ब्लॉक के मजीठा गांव स्थित एमएलटी वेयरहाउस में समर्थन मूल्य पर मूंग खरीदी के दौरान बड़ा भ्रष्टाचार उजागर हुआ जिसमें किसानों की ज़मीन का फर्जी किरायानामा बनवाकर समर्थन मूल्य पर सरकार को मूंग और उड़द बेची गई थी। किसानों की शिकायत पर जब जिला प्रशासन की टीम ने वेयरहाउस की जांच की तो ऑनलाइन पोर्टल में दर्ज और मौके पर पाई गई मूंग व उड़द की मात्रा में बड़ा अंतर पाया गया था। जांच टीम को मौके पर 1934 क्विंटल मूंग और 253 क्विंटल उड़द कम पाई गई जिसकी कीमत 1 करोड़ 86 लाख रुपये से अधिक है।
घोटालेबाजों ने किसानों और शासन को इतनी बड़ी राशि का चूना लगाने की साज़िश रची थी। बड़ी बात यह है कि इस पूरे फर्जीवाड़े को खरीदी करने वाली समिति के प्रबंधक, वेयरहाउस संचालक, सहकारी केंद्रीय बैंक का शाखा प्रबंधक, कंप्यूटर ऑपरेटर, सर्वेयर और कुछ बिचौलियों ने मिलकर अंजाम दिया था। फिलहाल पुलिस ने कमल सिंह ठाकुर, राजपाल सिंह, दीपेंद्र सिंह, अजय तिवारी, अंकित सिंह, संजू ठाकुर, बिंदु राय, देवेंद्र यादव, रोहित यादव और आदेश तिवारी के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है।