नई दिल्ली:- चना रबी सीजन ने उगाई जाने वाली महत्वपूर्ण दलहन फसल है, जो प्रोटीन, ऊर्जा और कई पोषक तत्वों का स्रोत है। इस समय खेत में चने की फसल लहलहा रही है। किसानों के लिए कृषि विभाग ने हाल ही में एडवाइजरी जारी की है। यदि आप भी चने की खेती कर रहे है, तो बंपर पैदावार के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक होता है। यहां आर्टिकल में जानेंगे की किस तरह, कृषि विभाग के द्वारा जारी किए गए सुझावों को ध्यान में रखते हुए किसान चने की फसल को रोग मुक्त Gram Farming Advisory कर अच्छी उपज प्राप्त कर सकते है।
चने की बंपर पैदावार के लिए जारी एडवाइजरी
कृषि विभाग की एडवाइजरी में बताया की, किसान चने की फसल में फूल आने से पहले ही जरूरत के मुताबिक ही पानी को दें। इसके अलावा बारिश न होने के चलते चने की शीर्ष शाखाएं को तोड़ लें। ऐसा करने से चने के पौधे में फूलों व पत्तियों की संख्या तेजी से बढ़ना शुरू हो जाती है।
वहीं, किसानों को चने की फसल में लगने वाले रोगों का भी ध्यान रखना है। आमतौर पर चने की फसल में कटुआ सुंडी रोग देखने को मिलता है। इसके बचाव के लिए किसानों को 50मिली साईपर मेथ्रीन 25ई.सी को 100 लीटर पानी में घोल बनाकर खेत में छिड़कना चाहिए। यह घोल प्रति एकड़ Gram Farming Advisory के हिसाब से छिड़काव करें।
फली छेदक सुंडी रोग के बचाव के लिए किसान को 200मिली मोनोक्रोटोफॉस 36एस.एल 100 लीटर पानी की मात्रा में घोल लें। फिर इसे प्रति एकड़ के हिसाब से छिड़काव करें। इसके अलावा किसानों को चने की फसल की कटाई Gram Farming Advisory पर भी ध्यान देना चाहिए। जब फलिया अच्छे से पक जाए और पौधे सूखने शुरू हो जाए तो ऐसी स्थिति में फसलों की कटाई किसान को जमीन की सतह से करीब 4-5 सेमी पर करनी चाहिए।
चने की पैदावार में ऐसे करें वृद्धि
किसान को अपने खेत में चने की रोग मुक्त किस्मों को ही लगाना चाहिए। इसके अलावा चने के बीज को लगाने से पहले राइजोबियम कल्चर से उपचारित करें। फिर किसान को खेत में उर्वरकों का उपयोग पोरा के माध्यम से करनी चाहिए और बीज की बुवाई केरा के द्वार करें। ध्यान रहे कि चने का खेत खरपतवार से मुक्त होना चाहिए।
चने की उपज बढ़ाने के अन्य तरीके
रोग मुक्त खेत में अनुसंशित किस्मों को उगाना चाहिए।
बीजों को राइजोबियम कल्चर से बुवाई से पहले उपचारित करना चाहिए।
उर्वरकों को इस्तेमाल पोरा द्वारा और बीज की बीजाई केरा द्वारा करना चाहिए।
फली छेदक का सही प्रबंधन होना चाहिए।
खेत खरपतवार से मुक्त होना चाहिए, साथ ही समेकित खरपतवार प्रबंधन की व्यवस्था करनी चाहिए।
चालू रबी सीजन में चने की बुवाई
रबी की प्रमुख फसल चने की बोवनी Gram Farming Advisory अब तक 22.29 लाख हेक्टेयर में हो गई है जो गत वर्ष समान अवधि में 20.30 लाख हेक्टेयर में हुई थी। अन्य फसलों में अब तक मटर 2.70 लाख हेक्टेयर में, मसूर 7.55 लाख हेक्टेयर में बोई गई है, जबकि मसूर का लक्ष्य 7.08 हेक्टेयर रखा गया है।
