नई दिल्ली:– महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार अपने बेबाक स्वभाव के लिए जाने जाते हैं। अजित पवार मुखर हैं। वे अनुशासनप्रिय भी हैं। उन्हें अनुशासन पसंद है। अनुशासन के मामले में वे अफसरों को भी नहीं बख्शते। अजित पवार ने हाल ही में बारामती के लोगों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने अनुशासनहीन व्यवहार करने वाले और नियमों का पालन न करने वाले बारामती के लोगों को खूब खरी-खोटी सुनाई।
उपमुख्यमंत्री अजित पवार बारामती में सावित्री अस्पताल के उद्घाटन पर शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा, मां जैसा कोई नहीं। जब भी बारामती आता हूं, तो लगता है कि अपनी मां से मिल रहा हूं। अपनी मां से बातें करो, अपनी मां के साथ बहुत प्यार से पेश आओ। क्योंकि हम अपने माता-पिता की वजह से ही समाज में पैदा हुए हैं। इसलिए, अपने जीवन के अंत तक उन्हें मत भूलना। नई पीढ़ी अपने माता-पिता का ठीक से ध्यान नहीं रख रही है। अजित पवार ने इसकी आलोचना की है।
अजित पवार ने आगे कहा, कुछ लोग गलतियां कर रहे हैं। वे सड़क पर कचरा फेंक रहे हैं। जो ऐसा कर रहे हैं, उन्हें रोकें। वे जानवरों को चरने के लिए छोड़ रहे हैं। मैं उनसे विनम्रतापूर्वक अनुरोध करता हूं कि अब उन जानवरों को कचरे में ना डाले।अजित पवार ने चेतावनी देते हुए कहा, “अगर वे नहीं सुनते हैं, तो मैं उन्हें बाजार दिखा दूंगा। अब मैं उन लोगों को चेतावनी दे रहा हूं जो मालिक हैं। अगर वे सुनते हैं, तो ठीक है, अगर वे नहीं सुनते हैं, तो मालिकों के खिलाफ मामले दर्ज किए जाएंगे।
जिनके गधे, गाय और मवेशी घूमते हैं, वे उन्हें अपने दरवाजे पर बांध लें। अजित पवार ने कहा, इसके बाद जो भी खिलाना -पीलाना हो, वह सब कर लो। लेकिन अपने घर पर। इससे लोगों को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। बारामती की भलाई इसी मे है।
उसकी ऐसी पिटाई करुंगा
कभी-कभी मोटरसाइकिल वाले इधर-उधर देखते हैं। वे धीरे-धीरे आगे निकल जाते हैं, गलत साइड से जाने की कोशिश करते हैं। अजित पवार ने कहा,अगर ऐसा कोई व्यक्ति मिलता है, चाहे वह कितना भी बड़ा बाप क्यों न हो, उसे एक टायर में भरा जाएगा, और ऐसी पिटाई की जाएगी की उसकी दस पीढ़ियों को याद रहेगा कि नियम नहीं तोड़ने है।
नियम सबके लिए समान
किसी को भी नियम नहीं तोड़ना चाहिए। चाहे वो अजित पवार हों या उनके कोई रिश्तेदार। अजित पवार ने भी कहा, नियम सबके लिए समान हैं। मैं जो कुछ भी करता हूं, बारामती के लोगों के लिए, सभी के लिए करता हूं। जब भी मैं बारामती आता हूं, सबसे पहले अपनी मां के पास जाता हूं। कल मैं बारामती आया था। मां के पास गया, दर्शन किए, बातें कीं।
सभी को अपनी मां के साथ प्यार और सम्मान से पेश आना चाहिए। हम समाज में अपने माता-पिता की वजह से हैं। जब तक जीवन है, अपने माता-पिता को मत भूलना। अजित पवार ने यह भी कहा, नई पीढ़ी के कुछ लोग अपने माता-पिता को ठीक से नहीं देखते। मैं उन्हें बताता हूं कि यह व्यवहार अच्छा नहीं है।