यूपी:– बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा से ठीक पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शनिवार को अपने दौरे से राजनीतिक माहौल गर्मा दिया. शाह ने साफ कहा कि बिहार में एनडीए पूरी तरह से एकजुट और मजबूत है. उन्होंने भरोसा जताया कि दुर्गापूजा के बाद सीट बंटवारे का ऐलान कर दिया जाएगा और सभी घटक दल एक-दूसरे के प्रत्याशियों को भाजपा का उम्मीदवार मानकर काम करेंगे.
अमित शाह ने कार्यकर्ताओं को क्या टास्क दिया?
गृह मंत्री ने सबसे पहले समस्तीपुर के सरायरंजन इंजीनियरिंग कॉलेज में मिथिला और तिरहुत क्षेत्र के 11 सांगठनिक जिलों से आए 500 से अधिक भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि हर बूथ की जीत ही समूची चुनावी जीत की कुंजी है. कार्यकर्ताओं को टास्क देते हुए शाह ने स्पष्ट कहा कि उत्तर बिहार की सभी सीटें एनडीए के खाते में जानी चाहिए.
घुसपैठियों को चुन-चुनकर किया जाएगा बाहर
इसके बाद फारबिसगंज हवाई अड्डा मैदान में आयोजित विशाल कार्यकर्ता सम्मेलन में शाह का भाषण और धारदार रहा. यहां पूर्णिया, कोसी और भागलपुर प्रमंडल से जुटे करीब चार हजार कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने घुसपैठियों का मुद्दा जोरदार तरीके से उठाया. शाह ने कहा कि यदि भारी बहुमत से एनडीए की सरकार बनी तो अररिया, पूर्णिया, किशनगंज और कटिहार जैसे सीमावर्ती जिलों से घुसपैठियों को चुन-चुनकर बाहर किया जाएगा.
शाह ने कार्यकर्ताओं से की खास अपील
उन्होंने यह भी कहा कि यह चुनाव सिर्फ सत्ता परिवर्तन का नहीं बल्कि बिहार को बाढ़ मुक्त बनाने, प्रगति और समृद्धि के पथ पर ले जाने तथा जंगलराज की वापसी रोकने का संकल्प है. शाह ने कार्यकर्ताओं से अपील की कि 160 से अधिक सीटें जीतकर एनडीए की सरकार को मजबूत करें।
 
		