रायपुर:–धरसीवां ब्लॉक-01 की परियोजना अधिकारी (CDPO) अनुपमा तिवारी की कुशल कार्यशैली और समर्पित नेतृत्व में एकीकृत बाल विकास परियोजना (ICDS) में कई सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिल रहे हैं। उनके प्रयासों से न केवल आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति में सुधार आया है, बल्कि महिलाओं और बच्चों के पोषण स्तर में भी उल्लेखनीय प्रगति हुई है।
अनुपमा तिवारी ने अपने कार्यकाल में धरसींवा ब्लॉक के आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण, निगरानी और सतत प्रोत्साहन के ज़रिए बेहतर सेवाएं देने के लिए प्रेरित किया है। बालिकाओं की शिक्षा, कुपोषण उन्मूलन और स्वास्थ्य जागरूकता जैसे विषयों पर उनके विशेष फोकस से ग्रामीण क्षेत्रों में ICDS योजनाओं का प्रभाव काफी सकारात्मक रहा है।
उनकी अगुवाई में ब्लॉक के कई आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषण ट्रैकिंग, नियमित स्वास्थ्य जांच, गर्भवती महिलाओं की देखरेख और बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा के कार्यक्रमों को प्रभावी रूप से लागू किया गया है। साथ ही, स्थानीय पंचायतों और स्वयं सहायता समूहों को जोड़कर योजनाओं को जनभागीदारी के साथ लागू करना उनकी विशेष उपलब्धियों में शामिल है।
स्थानीय ग्रामीण महिलाएं कहती हैं कि “अनुपमा तिवारी मैडम खुद फील्ड में आकर केंद्रों का निरीक्षण करती हैं और हर कार्यकर्ता को बेहतर सेवा देने के लिए प्रोत्साहित करती हैं।”
उनके इस समर्पण और संवेदनशील प्रशासनिक रवैये ने धरसींवा ब्लॉक को बाल विकास योजनाओं के क्रियान्वयन में एक रोल मॉडल के रूप में स्थापित