नई दिल्ली:– मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में सुपर कॉरिडोर पर पिछले साढ़े तीन महीनों से संचालित मेट्रो सेवा ने यात्रियों को सुविधाजनक सफर का अनुभव कराया है, लेकिन घटते यात्रियों की संख्या ने मेट्रो प्रबंधन को चिंतित कर दिया है। शुक्रवार को मात्र 144 यात्रियों ने मेट्रो का उपयोग किया, जबकि सामान्य दिनों में 150 से 400 और वीकेंड पर 700 तक यात्री सफर करते हैं। इस कमी को देखते हुए मेट्रो प्रबंधन ने 22 सितंबर से संचालन समय में बदलाव किया है। वर्तमान में दोपहर एक से शाम सात बजे तक प्रति घंटे ट्रेन उपलब्ध है, लेकिन अब दोपहर तीन से शाम सात बजे तक भी यात्री सफर कर सकेंगे। जानकारों के अनुसार, यह बदलाव गांधी नगर स्टेशन से एमआर-10 तक और रेडिसन चौराहे तक प्रस्तावित ट्रायल रन के लिए रूट खाली रखने के उद्देश्य से किया गया है।
मेट्रो सेवा की शुरुआत 31 मई को सुपर कॉरिडोर पर हुई थी, जहां पहले सप्ताह निशुल्क यात्रा, दूसरे सप्ताह 75 प्रतिशत, तीसरे सप्ताह 50 प्रतिशत और चौथे सप्ताह से 21 सितंबर तक 25 प्रतिशत छूट दी गई। अब 22 सितंबर से यह छूट समाप्त हो जाएगी, जिससे किराया पूर्ण रूप से लागू हो जाएगा। नए समय सारिणी के अनुसार, सोमवार से शनिवार दोपहर तीन से शाम सात बजे प्रति घंटे एक ट्रेन चलेगी, जबकि रविवार को प्रति आधे घंटे में एक ट्रेन उपलब्ध रहेगी। किराए में भी वृद्धि हो रही है; 1-2 स्टेशनों के लिए वर्तमान 15 रुपये अब 20 रुपये और 3-5 स्टेशनों के लिए 23 रुपये अब 30 रुपये हो जाएंगे।
साढ़े तीन महीनों में मेट्रो ने कुल 2 लाख 45 हजार 933 यात्रियों का सफर कराया है। जून में 2 लाख 9 हजार 335, जुलाई में 21 हजार 9 यात्री, अगस्त में 12 हजार 21 यात्री और 1 से 19 सितंबर तक 3 हजार 568 यात्री शामिल हुए। मेट्रो प्रबंधन उम्मीद कर रहा है कि ट्रायल रन के बाद विस्तार से यात्रियों की संख्या में वृद्धि होगी, लेकिन किराया वृद्धि यात्रियों पर अतिरिक्त बोझ डाल सकती है।