नई दिल्ली:– माता वैष्णो देवी के लाखों करोड़ों भक्तों के लिए बड़ी खबर सामने आई है. पवित्र यात्रा को तीन दिनों के लिए बंद करने का फैसला किया गया है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने जम्मू संभाग में आने वाले कुछ दिनों तक बारिश होने की संभावना जताई है. IMD के पूर्वानुमान के बाद श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने पवित्र यात्रा को तीन दिनों तक स्थगित करने का फैसला लिया है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की असुविधा न हो. बता दें कि माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर अर्धकुवारी के पास लैंडस्लाइड होने की वजह से व्यापक नुकसान हुआ था. तकरीबन तीन दर्जन श्रद्धालुओं की जान चली गई थी. पिछली आपदा से सबक लेते हुए मौसम विभाग का अलर्ट आते ही श्राइन बोर्ड ने यात्रा को फौरी तौर पर रोक दिया है.
दरअसल, IMD ने जम्मू संभाग में तीन दिनों तक मौसम खराब होने की भविष्यवाणी की है. मध्यम से तेज बारिश होने की संभावना है. मौसम के तेवर तल्ख होने की चेतावनी के बाद श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने पवित्र यात्रा को 5,6 और 7 अक्टूबर 2025 तक के लिए रोक दिया है. अब माता वैष्णो देवी की यात्रा 8 अक्टूबर से शुरू होगी. बता दें कि मौसम में एक बार फिर से हलचल होनी शुरू हो गई है. इसका असर जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों पर भी पड़ने की संभावना है. इस दौरान बारिश होने के आसार हैं.
वैष्णो देवी यात्रा 5 अक्तूबर से 7 अक्तूबर तक अस्थायी रूप से स्थगित करने का निर्णय लिया गया है. श्राइन बोर्ड के सीईओ सचिन कुमार वैश्य ने एक्स हैंडल से पोस्ट कर इस बारे में जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि मौसम विभाग की ओर से भारी बारिश और भूस्खलन की आशंका जताई गई है, ऐसे में श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए यह कदम उठाया गया है. पिछले दिनों कटड़ा से भवन तक जाने वाले रास्तों पर कई जगह चट्टानें खिसकने और पानी भरने जैसी घटनाएं सामने आई थीं, जिससे श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ा था. राइन बोर्ड ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे इस अवधि में यात्रा की योजना न बनाएं और मौसम सामान्य होने के बाद ही दर्शन के लिए आएं.
अगस्त में भीषण लैंडस्लाइड
बता दें कि अगस्त के अंतिम सप्ताह में माता वैष्णो देवी मंदिर मार्ग पर स्थित अर्धकुवारी में लैंडस्लाइड की घटना हुई थी. श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने बताया था कि लैंडस्लाइड इंद्रप्रस्थ भोजनालय के पास हुआ. इस हादसे में जानमाल का व्यापक पैमाने पर नुकसान हुआ था. तकरीबन तीन दर्जन श्रदधालुओं की मौत हो गई थी. यात्रा मार्ग फिर से बहाल करने में कई दिन का वक्त लग गया था. इस दौरान भक्तों के लिए माता वैष्णो देवी की यात्रा को रोक दिया गया था. उस समय हुई प्राकृतिक आपदा से सबक लेते हुए प्रशासन इस बार कोई खतरा नहीं उठाना चाहता है. मौसम विभाग की चेतावनी आने के तुरंत बाद यात्रा को रोकने का आदेश जारी कर दिया गया.