नई दिल्ली:– फेस्टिव सीजन से पहले ही Amazon और Flipkart ने अपनी मेगा सेल की घोषणा कर दी है। इन सेल्स का बेसब्री से इंतजार इसलिए रहता है क्योंकि इस दौरान स्मार्टफोन, इलेक्ट्रॉनिक्स और घरेलू सामान पर भारी छूट मिलती है। लेकिन हर साल कई खरीदारों को शिकायत रहती है कि उन्हें नकली या इस्तेमाल किए गए फोन डिलीवर किए गए हैं। यहां तक कि कुछ लोगों को ऐसे डिवाइस भी मिले जो अनबॉक्सिंग के तुरंत बाद काम करना बंद कर देते हैं।
बढ़ती शिकायतें और ग्राहकों की चिंता
डिजिट डॉट इन की रिपोर्ट के अनुसार, बीते वर्षों में कई यूजर्स ने फेक स्मार्टफोन और खराब डिवाइस की शिकायत दर्ज कराई है। ऐसे मामलों ने ग्राहकों के मन में यह सवाल खड़ा कर दिया है कि ऑनलाइन सेल में किया गया निवेश सुरक्षित है या नहीं।
असली या नकली स्मार्टफोन कैसे पहचानें?
हर स्मार्टफोन का एक यूनिक 15 अंकों का IMEI नंबर होता है। इसी नंबर के जरिए यह पता लगाया जा सकता है कि फोन असली है या नकली। भारत सरकार ने इसके लिए Sanchar Saathi Portal उपलब्ध कराया है, जहां कोई भी आसानी से अपने डिवाइस की जांच कर सकता है।
सबसे पहले Sanchar Saathi Portal पर जाएं।
होमपेज पर Citizen Centric Services विकल्प पर क्लिक करें।
अब Know Your Mobile (KYM)/IMEI Verification का चयन करें।
कैप्चा और मोबाइल नंबर डालकर OTP प्राप्त करें।
प्राप्त OTP को सबमिट करें।
अब अपने स्मार्टफोन का 15 अंकों वाला IMEI नंबर दर्ज करें और सबमिट करें।
जैसे ही आप यह प्रक्रिया पूरी करेंगे, आपके सामने डिवाइस की सभी डिटेल्स दिखाई देंगी। इनमें शामिल होंगे – डिवाइस स्टेटस, ब्रांड, मॉडल, डिवाइस टाइप और मैन्युफैक्चर डिटेल्स।
क्यों जरूरी है यह वेरिफिकेशन?
फेस्टिव सीजन सेल के दौरान डिलीवरी का दबाव बढ़ने से गलत या फेक प्रोडक्ट मिलने का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसे में IMEI वेरिफिकेशन करना न केवल आपको सुरक्षित रखेगा बल्कि आपके निवेश की असली वैल्यू भी सुनिश्चित करेगा।