मुंबई:- दुनिया की दिग्गज आईटी कंपनी गूगल में एक अजीबोगरीब घटना हुई है. गूगल के कर्मचारियों ने न सिर्फ बड़ा प्रदर्शन किया बल्कि ऑफिस पर लगभग 8 घंटे तक कब्जा जमाए रहे. ये कर्मचारी मैनेजमेंट से अजीब सी डिमांड कर रहे थे. इनकी चाहत सैलरी, इंक्रीमेंट, प्रमोशन, काम का माहौल, सुविधाएं और छुट्टियां नहीं थीं. ये चाहते थे कि गूगल इजराइल की सरकार के साथ काम करना बंद कर दे. किसी कंपनी के कर्मचारियों द्वारा राजनीतिक मांग को लेकर किया गया शायद यह पहला बड़ा प्रदर्शन होगा. हालांकि, बाद में इन कर्मचारियों की गिरफ्तारी भी हुई है.
गूगल क्लाउड सीईओ थॉमस कुरियन के ऑफिस का घेराव किया
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इन कर्मचारियों ने गूगल क्लाउड के सीईओ थॉमस कुरियन के ऑफिस का घेराव किया था. वह 8 घंटे तक वहां जमे रहे और इजराइल की सरकार से संबंध तोड़ने की मांग करते रहे. इस प्रदर्शन में कई कर्मचारी शामिल थे. कंपनी के कैलिफोर्निया और न्यूयॉर्क ऑफिस में इस तरह के प्रदर्शन हुए हैं. आठ घंटे बाद भी जब उन्होंने विरोध बंद नहीं किया तो उन्हें गिरफ्तार करवाया गया. उनकी मांग थी कि इजराइल सरकार को गूगल की क्लाउड कंप्यूटिंग सुविधा का इस्तेमाल न करने दिया जाए. इन घटना का एक वीडियो भी इंटरनेट पर वायरल हुआ है. इसमें कई कर्मचारी गूगल ऑफिस के अंदर बैठे दिखाई दे रहे हैं. इसके बाद पुलिस आती है और इन सभी को गिरफ्तार करके ले जाती है.
इजराइल और सेना के साथ संबंध तोड़ने की कर रहे थे डिमांड
डेली वायर की रिपोर्ट के अनुसार, कर्मचारियों ने यह विरोध प्रदर्शन 2021 में हुए एक अरबों डॉलर के कॉन्ट्रैक्ट प्रोजेक्ट निंबस के खिलाफ किया. मामला तब गंभीर हो गया, जब इन्होंने मंगलवार को थॉमस कुरियन के ऑफिस पर कब्जा करके अपने प्रदर्शन को लाइव चलाना शुरू कर दिया. उनकी मांग थी कि इजराइल सरकार और सेना के साथ कंपनी अपने संबंध खत्म करे.
कंपनी ने इन कर्मचारियों को एडमिनिस्ट्रेटिव लीव पर भेजा
जानकारी के अनुसार, देर शाम कंपनी ने इन कर्मचारियों से कहा कि उन्हें एडमिनिस्ट्रेटिव लीव पर भेजा जा रहा है. इसलिए उन्हें ऑफिस खाली करना होगा. मगर, यह टस से मस होने को तैयार नहीं हुए. इसके बाद पुलिस को बुलाया गया. एक प्रदर्शनकारी सॉफ्टवेयर इंजीनियर ईमान हसीम ने एबीसी 7 न्यूज को बताया कि मैं अपनी नौकरी नहीं खोना चाहती हूं लेकिन, प्रोजेक्ट निंबस का विरोध किए बिना काम करना असंभव है. उन्होंने दावा किया कि कई कर्मचारी इस प्रोजेक्ट के खिलाफ ही नौकरी छोड़ चुके हैं.