लखनऊः- राजस्थान में जीत के बाद भारतीय जनता पार्टी ने भजनलाल शर्मा को विधायक दल का नेता चुन लिया है। वह राजस्थान के नए सीएम होंगे। ब्राह्मण जाति से आने वाले भजनलाल शर्मा 33 साल बाद इस समुदाय से पहले मुख्यमंत्री होंगे। आखिरी बार साल 1990 में कांग्रेस ने हरदेव जोशी को मुख्यमंत्री बनाया था। उनके बाद से प्रदेश में चाहे बीजेपी का शासन हो या कांग्रेस का, सभी ने ओबीसी या राजपूत चेहरे पर बाजी लगाई है लेकिन इस बार भाजपा ने ब्राह्मण समुदाय से सीएम देकर कांग्रेस के ही वोटबैंक को टारगेट किया है। ब्राह्मण के हाथ में राजस्थान की कमान जाने के बाद लोगों को उत्तर प्रदेश की याद आ रही है, 1989 तक एक नहीं बल्कि 6 मुख्यमंत्री ब्राह्मण समुदाय से थे। सभी कांग्रेस की सरकार में मुख्यमंत्री बने थे
उत्तर प्रदेश के ब्राह्मण मुख्यमंत्रियों की लिस्ट में प्रदेश के पहले ही सीएम का नाम शामिल है। पंडित गोविंद वल्लभ पंत 26 जनवरी 1950 से लेकर 27 दिसंबर 1954 तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। कांग्रेस की सुचेता कृपलानी 2 अक्टूबर 1963 से 13 मार्च 1967 तक, कमलापति त्रिपाठी 4 अप्रैल 1971 से 12 जून 1973 तक, हेमवंती नंदन बहुगुणा 8 नवंबर 1973 से 29 नवंबर 1975 तक, श्रीपति मिश्रा 26 जून 1982 से 2 अगस्त 1984 तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे।
इसके अलावा नारायण दत्त तिवारी तीन बार 1976 से 1977, 1984 से 1985 और 1988 से 1989 तक प्रदेश के सीएम रहे। ये सभी ब्राह्मण मुख्यमंत्री कांग्रेस ने दिए थे। ब्राह्मण लंबे समय से कांग्रेस के कोर वोटर माने जाते हैं। आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी हर समुदाय के लोगों को साधने की कोशिश में जुटी है। इसकी झलक तीन राज्यों में मुख्यमंत्रियों के चुनाव में दिखी है। मध्य प्रदेश में जहां मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाकर भाजपा ने सपा और आरएलडी को टेंशन दे दिया है। वहीं माना जा रहा है कि राजस्थान में भजनलाल शर्मा को मुख्यमंत्री बनाकर बीजेपी ने कांग्रेस के वोटबैंक में सेंधमारी की कोशिश की है।
 
		