
आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित 75 करोड़ी सूर्य नमस्कार उत्सव की श्रृंखला में 14 जनवरी को मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर एस डी पब्लिक स्कूल ,पीतमपुरा, दिल्ली के छात्र छात्राओं ने भी योगदान दिया।साथ ही 4 वर्ष की योगिनी वान्या शर्मा भी इस कार्यक्रम में शामिल हुईं और योगा आर्टिस्ट ग्रुप के दिव्यांग छात्रों ने भी किया अभ्यास।

योगासन स्पोर्ट्स एसोसिएशन ऑफ दिल्ली की ओर से भी 11 जिलों में कार्यक्रम रखा गया और अलग अलग जिलों में जोरों शोरों से कार्यकर्म को मनाया गया।14 जनवरी, 2022 को प्रातः 7:00 बजे से 75 लाख लोगों के द्वारा सूर्य नमस्कार का अभ्यास संपन्न किया गया । भारतीय संस्कृति विलक्षण एवं संपूर्ण मानव के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करती है। इस क्रम में सूर्य नमस्कार की अपनी महत्वपूर्ण भूमिका है। सूर्य नमस्कार 12 आसनों का समूह है सूर्य नमस्कार के अभ्यास से शरीर के रक्त परिसंचरण में सुधार होता है।

हृदय और फेफड़ों के कार्य स्वयं: प्राकृतिक रूप से होने लगते हैं शरीर की मांसपेशियां मजबूत एवं लचीली बनती हैं। शरीर की संधियों की क्षमता बढ़ती है पाचन एवं एकाग्रता में आशातीत सुधार होता है। सूर्य नमस्कार के अभ्यास से इन शारीरिक लाभों के साथ साथ ही आध्यात्मिक लाभ भी प्राप्त होता है परिणाम स्वरूप शरीर , मन तथा आत्मा में सामंजस्य पूर्ण स्थिति स्थापित होती है। इस विहंगम आयोजन को सफल बनाने हेतु नेशनल योगासन स्पोर्ट्स फेडरेशन,पतंजलि परिवार,भारत स्वाभिमान,उत्तर प्रदेश योगासन स्पोर्ट्स एसोसिएशन तथा अन्य शैक्षणिक संस्थाएं सार्थक सहयोग प्रदान कर रही हैं।