नई दिल्ली:- हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद आज चंपई सोरेन ने 12वें मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. उनके साथ कांग्रेस नेता आलमगीर आलम और आरजेडी विधायक सत्यानंद भोक्ता ने मंत्री पद की शपथ ली.
हेमंत सोरेन ने बुधवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. कयास लगाए जा रहे थे कि हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद उनकी पत्नी कल्पना सोरेन मुख्यमंत्री बन सकती हैं, लेकिन परिवार में आपत्तियों के बीच JMM की बैठक में चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुना गया. अब उन्होंने झारखंड के 12वें मुख्यमंत्री पद के तौर पर शपथ ले ली है.
चंपई सोरेन और गठबंधन के अन्य नेताओं ने राज्यपाल से बुधवार की रात को मुलाकात की. इसके बाद इन नेताओं ने गुरुवार को भी राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात की. इसके बाद शपथ के लिए आज की तारीख तय की गई.
हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद से राज्य में मुख्यमंत्री न होने की वजह से भ्रम की स्थिति बन गई थी और इसके कारण राजनीतिक संकट गहरा गया था. चंपई सोरेन को 5 फरवरी को बहुमत साबित करना होगा.
कौन हैं चंपई सोरेन
न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, JMM चीफ शिबू सोरेन के वफादार माने जाने वाले राज्य के परिवहन मंत्री चंपई सोरेन को 1990 के दशक में अलग राज्य के लिए चली लंबी लड़ाई में योगदान देने को लेकर ‘झारखंड टाइगर’ के नाम से जाना जाता है.
चंपई सोरेन ने 1991 में सरायकेला सीट से उपचुनाव में निर्दलीय विधायक चुने जाने के साथ अपने राजनीतिक करियर की शुरूआत की.