
गरियाबंद। बीते दो-तीन माह से जिस तेंदुए ने काजनसरा बमनी कौनकेरा गांव में आतंक मचाते हुए लोग दो-दो लोगों को अपना ग्रास बना लिया था आज उस तेंदुए को वन विभाग ने अपने पिंजरे में कैद करने में सफलता हासिल कर ली है जिसके चलते ग्रामीणों में खुशी की लहर देखी जा रही है वहीं अब इस तेंदुए को गरियाबंद लाकर सुरक्षित घने वनों के बीच छोड़ने को लेकर उच्च अधिकारियों से चर्चा चल रही है डीएफओ मयंक अग्रवाल से चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि उच्च अधिकारियों के निर्देशों के अनुरूप घने वनों में छोड़ने पर विचार हो रहा है जिसके लिए उदंती सीतानाडी अभ्यारण भी हो सकता है।
दरअसल बीते दो-तीन माह से गरियाबंद से मात्र 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित काजनसरा वैंकुरा और बमही गांव के लोग इन दिनों शाम होते ही घरों से बाहर निकलने से घबराने लगे थे दरसल इन क्षेत्रों के दो-दो लोगों को तेंदुए ने अपना ग्रास बना लिया था जहां एक 6 साल की बच्ची को रात को उठाकर ले गया वहीं एक 70 साल की वृद्धि को भी है उसके घर के पास से उठाकर ले जाने के बाद ग्रामीणों में जबरदस्त नाराजगी बनी हुई थी जिसके बाद ग्रामीणों की मांग पर वहां पर उच्चाधिकारियों के निर्देश पर एक पिंजरा लगाया गया था और इस प्रक्रिया के लगभग 15 दिनों के बाद आज उक्त तेंदुआ पिंजड़े में कैद हो गया
हालांकि इससे पूर्व भी कैमरे पर इस टेंडर कर देखा जा रहा था किंतु पिजडे मे कैद नहीं हो पा रहा था आज सफलता के बाद आसपास के दर्जनों गांव के लोग तेंदुआ को देखने के लिए हुजूम इकट्ठा हो गया है वहीं डीएफओ मयंक अग्रवाल से चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि उक्त तेंदुए को अब उच्च अधिकारियों के चर्चा कर घने जंगलों में छोड़ा जाएगा जिसमें यह भी संभव है उदंती सीतानाडी क्षेत्र जहां पर गांव कम है जंगल अधिक है वहां छोड़ा जा सकता है और यह कार्य रात को ही करने की तैयारियां विभाग कर रहा है।