जिस तरह बच्चों को अपने जन्मदिन का इंतजार रहता है, उसी तरह बाल दिवस का भी इंतजार करते हैं। बाल दिवस प्रतिवर्ष 14 नवंबर को मनाया जाता है यानी आज के दिन यह दिन देश के हर बच्चे को समर्पित है। भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिन को हर साल बाल दिवस के तौर पर मनाया जाता है। बाल दिवस पर भारत पर तरह तरह के कार्यक्रमों का आयोजन होता है।

स्कूलों में रंगारंग कार्यक्रम होते हैं तो वही हॉस्पिटलों में बच्चों के लिए आज का दिन खुसी का दिन होता है इस बार तो राजधानी रायपुर के बच्चे ममता हॉस्पिटल मोवा में बाल दिवस मना रहे हैं। वही अभिभावक भी उनका यह दिन खास बना रहे है डॉ कनक रामनानी ने बताया कि बच्चे देश का भविष्य हैं और यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि उन्हें सही तरह की शिक्षा और स्वस्थ बचपन मिले। बाल दिवस पूरे विश्व में बच्चों के लिए उचित स्वास्थ्य और शिक्षा तक पहुंच के महत्व पर जागरूकता पैदा करता है।

बच्चे एक बगीचे में कलियों की तरह होते हैं और उन्हें सावधानीपूर्वक और प्यार से उनकी देखभाल की जानी चाहिए। क्योंकि वे राष्ट्र का भविष्य और कल के नागरिक हैं।उनके गहरे स्नेह और बच्चों के प्रति प्रेम के कारण ही भारत में कई प्रसिद्ध शिक्षण संस्थान स्थापित हुए। बाल दिवस पर हॉस्पिटल ने बच्चों को उपहार के तौर पर चकलेट कुरकुरे के आलावा उन्हें प्रमापत्र भी प्रदान दिया गया साथ ही ममता हॉस्पिटल में बच्चे बहुत खुश नजर दिखाई दे रहे