नई दिल्ली:- चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया संजीव खन्ना ने मंगलवार को अपने कार्यकाल के आखिरी दिन कहा कि उनके उत्तराधिकारी सीजेआई मनोनीत जस्टिस बी आर गवई उनके सबसे बड़े समर्थक रहे हैं और उन्हें पूरा विश्वास है कि जस्टिस गवई सुप्रीम कोर्ट के मूल्यों, मौलिक अधिकारों और बुनियादी संवैधानिक सिद्धांतों को कायम रखेंगे.
सीजेआई ने जस्टिस गवई के नेतृत्व और संवैधानिक मूल्यों के प्रति प्रतिबद्धता पर भरोसा जताया. सीजेआई खन्ना ने कहा, “सीजेआई मनोनीत बी आर गवई के बारे में क्या कहें, हम उसी साल पदोन्नत हुए थे. यहां हम कॉलेजियम में हैं और उसके बाद हमने कई मौकों पर बातचीत की है. मैं कह सकता हूं कि वह मेरे सबसे बड़े समर्थक रहे हैं.”
सीजेआई खन्ना ने कहा, “मुझे यकीन है कि आपके पास जस्टिस गवई के रूप में एक बेहतरीन मुख्य न्यायाधीश हैं जो संस्था और मौलिक अधिकारों को बनाए रखेंगे. यह हमारे बुनियादी सिद्धांतों को बनाए रखेंगे, जिन्हें हमने अपनाया और लागू किया है.” सीजेआई ने कहा, “न्यायपालिका में सिर्फ जज ही नहीं होते. इसमें बार भी शामिल है. आप सिस्टम के सचेत रखवाले हैं.”
सीजेआई खन्ना ने विभिन्न क्षेत्रों के न्यायाधीशों के बीच सहयोग की प्रशंसा की. सीजेआई ने कहा, “एक और बात इस न्यायालय में सबसे बड़ा प्लस फैक्टर है. हमारे पास देश के विभिन्न हिस्सों से न्यायाधीश हैं और वे अलग-अलग विचार प्रक्रियाओं, अलग-अलग पृष्ठभूमि के साथ, जब हम चर्चा करते हैं, तो हम बहुत सारे समाधान खोजने में सक्षम होते हैं. हम सही रास्ता खोजने में सक्षम थे.”
जस्टिस खन्ना ने अपने विदाई भाषण में न्यायपालिका में अपने वर्षों की यादों को दर्शाते हुए आभार व्यक्त किया. सीजेआई खन्ना ने कहा,”मैं अपने साथ बहुत सारी यादें लेकर जा रहा हूं. यादें जो बहुत अच्छी हैं और जीवन भर मेरे साथ रहेंगी.
इस बीच जस्टिस गवई ने सीजेआई खन्ना की स्पष्टता, नैतिक दृढ़ विश्वास और मौलिक अधिकारों के प्रति प्रतिबद्धता की प्रशंसा की. जस्टिस संजय कुमार, जो कई महीनों तक न्यायमूर्ति खन्ना के साथ बैठे रहे ने कहा, “वे नोट्स नहीं बनाते. सब कुछ पेज संख्या, पैराग्राफ संख्या, कंटेंट मेमोरी से आताहै….” न्यायमूर्ति कुमार ने वकीलों के साथ सीजेआई खन्ना के शांत और धैर्यपूर्ण व्यवहार के बारे में भी बात की.
अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमणी ने कहा कि सीजेआई खन्ना ने अदालत में बहुत महत्व जोड़ा और कहा, “शांत बहने वाली नदी की तरह, आपने बहुत कुछ हासिल किया.” सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सीजेआई की कानूनी सूझबूझ और फैसले में स्पष्टता की सराहना की.
सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल के अलावा अन्य बार सदस्यों और वकीलों ने निवर्तमान सीजेआई की प्रशंसा की. सिब्बल ने कहा, “आप आसमान में फैली वह लकीर हैं, जिसे कभी नहीं भुलाया जा सकता.
एक वकील ने कहा कि इस सप्ताह देश के दो महान लोगों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया, जिनमें से एक सीजेआई और दूसरे क्रिकेटर विराट कोहली थे. न्यायमूर्ति खन्ना को 11 नवंबर, 2024 को भारत के 51वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया और 13 मई, 2025 को वे पद से मुक्त हो गए.