अखिलेश द्विवेदी
रायपुर, 26 मार्च। कोरोना काल में होली उत्सव के कार्यक्रम और प्रशासन द्वारा रोक लगाए जाने के बाद अब नगाड़े वालों का बैंड बज गया है। सार्वजनिक होली महोत्सव के साथ डीजे और नगाड़ा बजाने पर प्रतिबंध के आदेश से नगाड़ा लाने वालों को इस होली में सीधे 20 लाख रुपए तक के नुकसान का अनुमान है।

खैरागढ़ और डोंगरगढ़ से नगाड़ा बेचने वालों ने 15 दिन से पहले ही बल्क में नगाड़ा का स्टाक रायपुर मंगवा लिया था। नगाड़ा कारोबार के लिए छोटे-छोटे गांव में यहां से नगाड़ा सप्लाई किया जाता है। ऐसे में इतने बड़े नुकसान की चिंता ने माथे पर पसीना ला दिया, हर साल की तरह इस बार भी गंज क्षेत्र और कालीबाड़ी में नगाड़ा बेचने तंबू लगाए गए हैं, जो रोज पहले ही जैसे नगाड़ा बजाने पर प्रतिबंध का आदेश जारी हुई कारोबारियों का पसीना छूट गया है शहर में हर साल खैरागढ़ और डोंगरगढ़ से लाखों की संख्या में नगाड़ा लाकर बेचा जाता है।

डोंगरगढ़ से आए अशोक कुमार और खैरागढ़ से पहुंचे कि पिछले साल नगाड़ा के बिजनेस में अच्छा खासा घाटा लॉकडाउन में हुआ था। इस बार अनलॉक के हालत में नगाड़ा बेचने वालों ने उससे भी स्टाक को डबल करते हुए ऑर्डर दे दिया शिवरात्रि को देखते हुए रायपुर में कालीबाड़ी गंज टिकरापारा गुढ़ियारी और दूसरे बाजारों में तंबू लगा लिए हैं। अब लॉकडाउन लगाने का हल्ला के बाद प्रशासन की ओर से ऐसा आदेश निकला है कि लाखों रुपए का धंधा करने का सपना ही चूर-चूर हो गया।
