नई दिल्ली :- भारत में कोविड-19 के दो नए वेरिएंट सामने आए हैं. ये हैं एनबी.1.8.1 और एलएफ.7. पहले वेरिएंट के एक और दूसरे वेरिएंट के चार मामले रिपोर्ट किए गए हैं. यह जानकारी भारतीय सार्स कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्सिटयम ने दी है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि दोनों वेरिएंट पर नजर रखी जा रही है और इनसे संबंधित जो भी आंकड़े आ रहे हैं, उनका विश्लेषण किया जा रहा है. हालांकि, डब्लूएचओ ने यह भी साफ कर दिया है कि दोनों ही वेरिएंट चिंताजनक कैटेगरी में नहीं हैं.
एजेंसी ने बताया कि चीन और एशिया के कुछ अन्य हिस्सों में जो भी मामले सामने आए हैं, वे इन्हीं वेरिएंट से जुड़े हुए हैं और लगातार उनकी वृद्धि भी हो रही है. यानी उनके मामलों की संख्या बढ़ती जा रही है.
अभी तक की जो जानकारी उपलब्ध है, उसके अनुसार गुजरात में एलएफ.7 वेरिएंट के चार मामले सामने आए हैं, जबकि तमिलनाडु में एनबी.1.8.1 वेरिएंट का मरीज मिला है. तमिलनाडु में इसकी पुष्टि अप्रैल महीने में हुई थी. गुजरात का मामला इसी महीने का है.
आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि भारत में जेएन.1 वेरिएंट सबसे आम है. जितने भी सैंपल टेस्ट किए गए हैं, उनमें से 55 फीसदी मामले इसी वेरिएंट से संबंधित हैं, जबकि बीए.2 के 26 फीसदी और ओमिक्रॉन सबलाइनेज के 20 फीसदी मामले सामने आए हैं.
पीटीआई ने अपनी खबर में बताया है कि वैसे तो डब्लूएचओ के प्रारंभिक जोखिम आकलन में एनबी.1.8.1 को वैश्विक स्तर पर कम सार्वजनिक स्वास्थ्य जोखिम वाला माना गया है, लेकिन इसके स्पाइक प्रोटीन म्यूटेशन जैसे ए435एस, वी445एच और टी478आई अन्य स्वरूप की तुलना में अधिक संक्रामकता और प्रतिरक्षा से बचने की क्षमता का संकेत देते हैं.
भारत में कोविड मरीज के सामने आने के बाद कई राज्य सरकारों ने एहतियाती कदम भी उठाए हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी सजगता दिखाई है. स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक ने बैठक भी की है. बैठक में एम्स के साथ-साथ कई प्रमुख स्वास्थ्य विशेषज्ञों को भी आमंत्रित किया गया था.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में अब तक कोविड के 23, तेलंगाना में एक, आंध्र प्रदेश में पिछले 24 घंटे में चार और बेंगलुरु में भी एक बच्चे में कोविड की पुष्टि हुई है.
इस समय देशभर में कोविड के 257 मरीज हैं. ये आंकड़े 19 मई तक के हैं. केरल, महाराष्ट्र और दिल्ली में मरीजों की संख्या में इजाफा देखने को मिला है.