मध्यप्रदेश:– गेंदा का फूल न सिर्फ सुंदर दिखता है, बल्कि इसका धार्मिक, सजावटी और औषधीय महत्व भी बहुत अधिक है. ठंड के मौसम में इसके फूल बेहद आकर्षक और टिकाऊ होते हैं. इसे उगाना भी आसान है, खासकर अगर आपको बागवानी का थोड़ा भी शौक हो. आइए जानते हैं कि गेंदा का पौधा घर पर कैसे तैयार करें और उसकी सही देखभाल कैसे करें. आज हम आपको इसी के बारे में विस्तार से बताएंगे.
गेंदा का पौधा लगाने की विधि
- बीज चुनना
स्थानीय नर्सरी या ऑनलाइन स्टोर से गेंदा की अच्छी किस्म के बीज लें.
गेंदा मुख्य रूप से दो प्रकार का होता है:
मिट्टी की तैयारी
गेंदा की अच्छी बढ़त के लिए ढीली, जलनिकासी वाली और उपजाऊ मिट्टी आवश्यक होती है.
1 भाग बागवानी मिट्टी + 1 भाग गोबर खाद + 1 भाग रेत या कोकोपीट का मिश्रण उपयुक्त रहेगा.
बीज बोना
गमले या ट्रे में बीजों को मिट्टी के ऊपर हल्के से छिड़कें और ऊपर से थोड़ा मिट्टी डाल दें.
बीजों को गहराई से न बोएं, वरना अंकुरण नहीं होगा.
गमले को छाया में रखें और रोज हल्की नमी बनाए रखें.
अंकुरण
5–7 दिनों में बीज अंकुरित हो जाते हैं.
जब पौधा 3–4 इंच का हो जाए, तब इसे बड़े गमले या जमीन में ट्रांसप्लांट करें.
गेंदा की देखभाल कैसे करें
धूप: गेंदा को पूर्ण सूर्य प्रकाश चाहिए. रोज कम से कम 5–6 घंटे की सीधी धूप मिलनी चाहिए.
पानी देना: जरूरत से ज्यादा पानी न दें. मिट्टी सूखने पर ही पानी दें, सप्ताह में 2–3 बार पर्याप्त होता है.
खाद: हर 15 दिन में एक बार गोबर की खाद या घर में बनी कम्पोस्ट डाल सकते हैं. फूलों के समय पोटाश या फॉस्फोरस युक्त खाद देने से फूल बेहतर आते हैं.
कटाई-छंटाई: मुरझाए हुए फूल और पीली पत्तियों को समय-समय पर हटा दें. इससे पौधे में नई शाखाएं और फूल आने लगते हैं.
कीट और रोग नियंत्रण: गेंदा में एफिड्स या फफूंदी लग सकती है. नीम का तेल या हल्का कीटनाशक स्प्रे करें.
अंतिम सुझाव
गेंदा का पौधा बहुत मजबूत और कम देखभाल वाला होता है. सही देखभाल करने पर यह लगातार कई महीनों तक फूल देता है. गेंदा का उपयोग माला, पूजा, सजावट और कीट भगाने के लिए भी किया जाता है।