बलौदा बाजार भाटापारा, 2 अप्रैल। सभी दुकानों के सामने दुकानदारों को स्वयं फ्लेक्स छपवा कर दुकानों के खुलने एवं बंद करने की समय- सारणी को प्रदर्शित करना होगा। 31 मार्च को जारी यह फरमान अब तक कागज से बाहर नहीं निकल पाया है। खर्च और कार्रवाई से बचने के लिए ऐसे स्टीकर चिपकाए जा रहे हैं, जो बाहर से दिखाई नहीं देते। लिहाजा चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज की जिला इकाई ने ऐसे फ्लेक्स के वितरण की योजना बना ली है।

कोरोना संक्रमण की बढ़ती संख्या के बाद जिले में एक अप्रैल से धारा 144 लागू कर दी गई है। 7 नियमों के परिपालन के आदेश के साथ, सभी इंसीडेंट कमांडरों को परिपालन के लिए अधिकृत भी कर दिया गया है लेकिन जितनी कड़ाई उतनी ढिठाई जैसे शब्द तब चरितार्थ होते नजर आते हैं जब फ्लेक्स नहीं, स्टीकर लगाकर समय के बाद तक कारोबार का संचालन होते देखे जाते है। सतर्कता और सुरक्षा, यह दोनों जरूरी बातें एक किनारे रखी जा रही है।
फ्लेक्स नहीं स्टीकर
एक अप्रैल से लागू व्यापारिक गतिविधियों के संचालन की समय- सारणी के परिपालन के साथ संस्थानों में फ्लेक्स लगाकर उक्त जानकारी दिया जाना है लेकिन औपचारिक हो चुके, इस नियम के परिपालन में कार्रवाई से बचने के लिए फ्लेक्स की बजाए स्टीकर का सहारा लिया जा रहा है, जो या तो दीवार पर नजर आ रहे हैं या टेबल पर। शब्दों की साइज इतनी छोटी है कि यह करीब जाने पर ही पढ़ा जा सकेगा।

समय के बाद भी
प्रातः 6 बजे से रात साढ़े 11 बजे तक अलग-अलग समय में अलग-अलग, कारोबार संचालन के आदेश है लेकिन कुछ कारोबार ऐसे भी हैं जिन्हें,संचालन की अवधि समाप्त होने के बाद तक संचालित होता देखा जा सकता है। यह ऐसे कारोबार हैं ,जहां हमेशा से भीड़ अधिक रहती आई है। उचित कार्यवाही के अभाव में यह कारोबारी गतिविधियां खुलेआम चल रही हैं। तर्क दिया जा रहा है कि 1 साल की मंदी के बाद नुकसान की भरपाई कैसे करें?
चेंबर ने संभाला मोर्चा
छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज की जिला इकाई ने ऐसी गतिविधियों को गंभीर माना है। जिला इकाई ने अब इसे अपने स्तर पर सही करने का फैसला लेते हुए सभी संस्थानों को गाइडलाइन के मुताबिक फ्लैक्स देने की योजना पर काम करना चालू कर दिया है ।इसके पहले पूरे जिले में लाउडस्पीकर के जरिए नियमों के मुताबिक व्यवसाय संचालन की घोषणा की जा रही है।
बलोदा बाजार चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के उपाध्यक्ष गिरधर गोविंदानी का कहना है कि जिले की सभी व्यवसायिक संस्थानों में गाइडलाइन के मुताबिक फ्लेक्स लगाए जाएंगे। इसके पहले, हम जिले के सभी शहरों में घोषणा करवा रहे हैं।