देवघर:- चैत्र नवरात्रि की खरीदारी के लिए बाजारों में भी भीड़ उमड़ रही है. पूजन सामग्री, श्रृंगार का सामान, चुनरी आदि खूब खरीदी जा रही हैं. वहीं, चैत्र नवरात्रि में माता दुर्गा की पूजा का जितना महत्व है, उतना ही महत्व भोग का भी है. भोग लगाने के लिए बर्तनों की जानकारी भी होना जरूरी है. कई बार हम अंजाने में ये गलती कर बैठते हैं.
भोग के बर्तनों का रखें ध्यान
देवघर के पागल बाबा आश्रम स्थित मुद्गल ज्योतिष केंद्र के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने बताया कि नवरात्रि में माता के पूजन के साथ उन्हें प्रसाद भी चढ़ाया जाता है, जिसे भोग कहते हैं. सभी बर्तनों में माता को भोग नहीं लगाया जा सकता है. माता दुर्गा को भोग लगाने के लिए विशेष धातु या पात्र होना आवश्यक है. इससे माता दुर्गा प्रसन्न होती हैं और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है.
इस धातु के बर्तन का करें इस्तेमाल
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि नवरात्रि के दिनों में माता दुर्गा को सोने, चांदी,
तांबा, स्टील आदि धातु के पात्र में भोग बिल्कुल भी नहीं लगाना चाहिए. इससे नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है. पीतल या मिट्टी के पात्र में ही माता दुर्गा को भोग लगाना चाहिए, जो बेहद शुभ माना जाता है. वहीं, पूजा की समाप्ति के बाद भोग को तुरंत ग्रहण कर लेना चाहिए. लोगों में बांटना भी चाहिए. देवी-देवताओं के पास ज्यादा देर भोग रखने से नकारात्मक ऊर्जा का विस्तार होने लगता है.
 
		