नई दिल्ली : हिंदू धर्म के अनुसार गोवर्धन पूजा का बहुत बड़ा महत्व होता है। गोवर्धन पूजा कार्तिक महीने की प्रतिपदा तिथि को मनाई जाती है। इसे अन्नकूट पूजा के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत बनाकर उसकी पूजा की जाती है। वहीं इस दिन भक्त भगवान कृष्ण को प्रसन्न करने के लिए कई कामों को करते हैं ताकि उनके आशीर्वाद से घर में सुख और समृद्धि बनी रहे।
इस साल गोवर्धन पूजा दिवाली के अगले दिन ना हो कर एक दिन बीच कर के यानी कि 14 नवंबर को मनाया जाएगा। 13 नवंबर को दोपहर 2 बजकर 56 मिनट से इसकी शुरुआत होगी जो अगले दिन 14 नवंबर को दोपहर 2 बजकर 36 मिनट पर समाप्त होगा। इस दिन कुछ कामों को करने से व्यक्ति के घर में सुख और समृद्धि का वास रहता है।
गोवर्धन पर्वत की करें पूजा
ज्योतिष शास्त्र में गाय के गोबर का बहुत महत्व है। इस दिन गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत बनाएं फिर इसके सामने दीपक जलाकर भगवान कृष्ण से सुख और समृद्धि का प्रार्थना करें।
तुलसी के सामने जलाएं दीपक
कार्तिक महीने में तुलसी के पौधे में दीपक जलाने से मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। वहीं गोवर्धन पूजा के दिन यदि व्यक्ति तुलसी में दीपक दिखाता है तो उसे विशेष सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है। इस दिन तुलसी में जल भी जरूर चढ़ाएं।
गोवर्धन पूजा में करें दीपदान
इस दिन घर के द्वार पर पांच घी के दीए जरूर जलाएं. इससे घर में समृद्धि बनी रहती है।
पीपल को दिखाएं दिया
पीपल को मां लक्ष्मी का ही प्रतिक माना जाता है। इसलिए गोवर्धन पूजा के दिन पीपल के पेड़ में जल चढ़ाने के बाद 7 दीएं दिखाते हैं तो मां लक्ष्मी के साथ भगवान विष्णु का भी आशीर्वाद मिलेगा।
भगवान विष्णु की करें पूजा
इस दिन भगवान विष्णु की विशेष पूजा करने से जीवन में खुशहाली बनी रहती है साथ ही मनोकामना भी पूरी होती है।
भगवान कृष्ण को लगाएं 56 भोग
इस दिन भगवान कृष्ण को अन्नकूट का 56 प्रकार के भोग लगाते हैं तो यह फलदायी माना जाता है। ऐसा करने से घर में कभी भी अन्न की कमी नहीं होती। यदि व्यक्ति इन कामों को गोवर्धन पूजा के दिन करता है तो उसके घर खुशहाली के सभी द्वार खुल जाएंगे।
