नई दिल्ली : सुबह-सुबह ब्रश हर कोई करता है. कई लोग तो शाम को भी करते हैं, फिर भी मुंह से दुर्गंध आती है. हमें लगता है कि शायद पेट में कोई दिक्कत होगी. लेकिन ये सच नहीं है. रिसर्च से साबित हो चुका है कि जागने के बाद और सोने से पहले अगर आप दांतों को ब्रश से साफ करते हैं तो यह मसूड़ों की बीमारी और दांतों की सड़न को रोकता है. लेकिन सांसों से दुर्गंध आने को यह नहीं रोक सकता. एक डेंटिस्ट के मुताबिक, इसकी एक वजह है. एक ऐसी गलती, जो हम रोजाना करते हैं. अगर हम उसे सुधार लें तो शायद सांसों से दुर्गंध आनी भी बंद हो जाएगी.
मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन के डेंंटिस्ट डॉ. डैज सिंह का कहना है कि ब्रश करते समय आमतौर पर हम अपने गालों, जीभ को सही से साफ नहीं करते. अगर इसकी सफाई न हो तो यह दुर्गंध का कारण बनती है. जीभ और गालों के अंदरूनी इलाकों में बड़ी संख्या में बैक्टीरिया, खाद्य कण और मृत कोशिकाएं रहती हैं. अगर सफाई नहीं होगी तो ये बैक्टीरिया पनप सकते हैं, जो सांसों की दुर्गंध का कारण बन सकते हैं. इससे और भी बीमारियां हो सकती हैं, जिसे हैलिटोसिस कहा जाता है.
दुर्गंध से रोकने का सबसे प्रभावी तरीका
डॉ. डैज ने कहा-सांसों को दुर्गंध से रोकने का सबसे प्रभावी तरीका है कि आप नियमित तौर पर अपनी जीभ साफ करें. गालों के अंदरूनी हिस्सों को भी ब्रश से हल्का-हल्का साफ करें. नियमित रूप से अगर आप ऐसा करते हैं तो बैक्टीरिया की एक चिपचिपी परत जो इन पर जमा होती है, उसे हटाया जा सकेगा. इससे मसूड़े की सूजन या पेरियोडोंटाइटिस जैसी गंभीर स्थितियों से बचा जा सकेगा. इस बात का खास ध्यान रखें कि गालों को साफ करते वक्त नरम ब्रिसल्स वाले टूथब्रश का उपयोग करें.