
नवागढ़/बेमेतरा : सरकारी शराब दुकान में आबकारी विभाग के संरक्षण में देशी और अंग्रेजी शराब निर्धारित रुपए से ज्यादा में बिक रहा हैं।वहीं बीयर प्रति बोतल 15 से 20 रुपए ज्यादा लिए जा रहे हैं। इतना ही नहीं निर्धारित समय से ज्यादा देर तक शराब की दुकानें खोली जा रही हैं।
सूत्रों की माने तो ये सब गड़बड़झाला जिले के आबकारी विभाग की मिलीभगत और अधिकारियों के संरक्षण में चल रहा है। नेताओं और माफियाओं के मिलीभगत से यह खेल खुलेआम चल रहा है। लाकडाउन के बाद अनलाॅक में ज्यादा कमाने की होड़ में दारु के गद्दीदार ने नियम-कानून ठेंगे पर रख छोड़े हैं।
बताया जाता है कि शहर में देशी शराब के ठेकों के संचालक खुलेआम न सिर्फ दारु की काला बाजारी कर रहे हैं बल्कि, उसके बदले में ज्यादा रकम भी वसूल रहे हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि यह सबकुछ उच्चाधिकारियों की मौजूदगी में शहरी क्षेत्र में हो रहा है।
इस संबंध में जिला आबकारी अधिकारी देशमुख से बात करने पर करवाई करता हूँ कहा पर कई दिन बीत जाने पर भी अब तक कुछ किया नही है जिससे ये साफ होता है की उनका मौन सवीकार
आशीष जैन जिलाध्यक्ष जनता कांग्रेस जे बेमेतरा
एक ओर पथकर विक्रेताओं का पंजीयन, बेचने के लिए स्थान एवं दूसरे दिन पुलिस से बर्बरता पूर्वक हटा दिया जाता हैं। जो सरकार के कथनी और करनी में कितना अंतर है प्रदशित करता है।
पहले देश में छत्तीसगढ़ राज्य धान के कटोरा के नाम से जाना जाता था जब से भूपेश बघेल की सरकार आई हैं तब से दारू का गढ़ के रूप में पहचाना जाने लगा है।
गिरेन्द्र महिलांग पूर्व अध्यक्ष नगर पंचायत नवागढ़
ओवर रेट में शराब की बिक्री जिला आबकारी अधिकारी की मजबूरी और कमीशन खोरी की स्पष्ट संकेत करता है। वो किसके इशारों पर काम कर रहा है सबको पता है ।