चित्रकूट:- चित्रकूट जनपद में 85 वर्षीय बुजुर्ग को अपनी पेंशन लगवाने के लिए रिश्तेदार के साथ जाना भारी पड़ गया है. दरअसल, पीड़ित बुजुर्ग के रिश्तेदार ने पेंशन के बहाने उसे रजिस्ट्रार ऑफिस ले जाकर अपने चार भू माफिया साथियों के नाम उसकी करोड़ों की जमीन महज 5 लाख रुपए में एग्रीमेंट करवा दी. जब पीड़ित बुजुर्ग को बैनामा कराने का नोटिस पहुंचा, तो बुजुर्ग के पैरों तले से जमीन खिसक गई. मामला शिवरामपुर चौकी क्षेत्र के पथरौड़ी गांव का है.
85 साल के गोबरा ने बताया कि वह ठीक से चलने फिरने व सुनने में असमर्थ है. उसके एक पुत्र की मृत्यु हो चुकी है. दूसरा पुत्र दिव्यांग है. उसने बताया कि गांव के ही दो युवक उसे वृद्धावस्था पेंशन दिलाने के बहाने मुख्यालय लेकर गए और अंगूठा निशान लगवाकर हाईवे किनारे की लगभग 100 फिट की भूमि का एग्रीमेंट पांच लाख रुपये में करा लिया. उनका कहना है कि उन्हें पता चला है कि उसके खाते में इन लोगों ने पांच लाख रुपये भेजे हैं. पीड़ित ने बताया कि जमीन में कई काश्तकारों का हिस्सा है और इसका वाद भी मंडलायुक्त बांदा कार्यालय में चल रहा है. बताया कि आरोपियों में से एक उसका रिश्तेदार भी है.
जमीन बचाने के लिए बुजुर्ग अधिकारियों से लगा रहा न्याय की गुहार
अब पीड़ित बुजुर्ग अपनी ही जमीन को बचाने के लिए दर-दर भटककर अधिकारियों को शिकायती पत्र सौंपकर एग्रीमेंट कैंसिल करने और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहा है. बुजुर्ग के परिजनों का कहना है कि पीड़ित चलने फिरने में असमर्थ है. गांव के भूमाफिया पेंशन बनवाने के नाम पर उसे ले गए और उनकी करोड़ों की लागत की जमीन को रजिस्टार ऑफिस के कर्मचारियों की मिली भगत से जालसाजी कर सिर्फ 5 लाख में उनकी जमीन का एग्रीमेंट करवा लिया है. पीड़ित बुजुर्ग का परिवार इसी जमीन पर खेती किसानी कर अपने परिवार का भरण पोषण करता है. अगर जालसाज उसकी जमीन ले लेंगे तो वह बेघर हो जायेंगे.
जांच टीम हुई गठित
वहीं इस पूरे मामले में जिलाधिकारी अभिषेक आनंद ने मामले का संज्ञान लेते हुए जांच टीम गठित करते हुए एआईजी स्टांप को जांच सौंप दी ही है. जिसके बाद एआईजी स्टांप ने अपनी टीम के साथ पीड़ित बुजुर्ग के घर पहुंचकर उसके और उसके परिजनों के बयान दर्ज किए हैं और जांच पूरी करने के बाद अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दिया है. अब देखना यह होगा कि जिलाधिकारी जालसाजों के खिलाफ क्या कार्रवाई करते हैं.