झांसी, 28 दिसंबर । उत्तर प्रदेश की वीरांगना नगरी में लोगों को आधुनिक सुविधाओं से युक्त सस्ती और पर्यावरण मित्र यातायात सुविधा उपलब्ध कराये जाने के उद्देश्य से स्मार्ट सिटी के तहत मंगलवार को इलेक्ट्रिक बस सेवा का शुभारंभ किया गया।
इस अवसर पर यहां काेछाभांवर स्थित बस डिपो में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि झांसी -ललितपुर सांसद अनुराग शर्मा और अन्य गणमान्यों ने पांच बसों को हरी झंडी देकर रवाना किया। श्री शर्मा ने कहा कि नगर निगम के तहत झांसी स्मार्ट सिटी लिमिटेड और झांसी सिटी ट्रांसपोर्ट लिमिटेड ने महानगर को पांच इलेक्ट्रिक बसों की सौगात दी है। आज पांच बसों को चार अलग-अलग मार्गों में पहला बबीना से झांसी होकर चिरगांव, दूसरा कोछाभांवर अंबाबाय होकर बबीना, तीसरा रेलवे स्टेशन से चित्रा चौराहा, बीकेडी, खंडेरावगेट ,काेतवाली, मिनर्वा ,गोविंद चौराहा, कचहरी होकर रेलवेस्टेशन और चौथा कोंछाभावर से झलकारीबाई तिराहा होकर रेलवे स्टेशन के लिए रवाना किया गया है।
उन्होंने कहा, “यह बेहद खुशी को मौका है जब झांसी महानगर में पर्यावरणमित्र इलेक्ट्रिक बसों का शुभारंभ हुआ है। इन बसों में आवगमन न केवल सुविधाजनक अपितु सस्ता भी है। लोगों से अपील है कि वह ज्यादा से ज्यादा इस आधुनिक सुविधा का लाभ उठायें।”
श्री शर्मा ने बताया कि अभी पांच बसों का ही शुभारंभ किया गया है जल्दी ही एक सप्ताह में दस बसें और आ जायेंगी। महानगर में फिलहाल कुल 25 बसें चलायी जानी हैं और अगर लोग इनका इस्तेमाल करते हैं साथ ही इन बसों का संचालन लाभप्रद रहता है तो भविष्य में और बसें चलाये जाने का भी प्रावधान है।

कार्यक्रम में मौजूद सदर विधायक रवि शर्मा, महापौर रामतीर्थ अग्रवाल के साथ सांसद और अन्य गणमान्यों ने कोछाभांवर से बसों को रवाना करने के साथ ही खुद भी बस में सफर किया। सभी गणमान्यों इसी बस से यात्रा की। बस से मिनर्वा चौके पहुंचे सांसद ने कहा कि यह सेवा बहुत सस्ती है। कोछाभांवर से यहां तक नौ किलोमीटर मात्र 15 रुपये में आ गया। जनता ज्यादा सेे ज्यादा इस सस्ती और पर्यावरणमित्र सुविधा का लाभ उठाये।
विधायक रवि शर्मा ने कहा “जहां एक ओर पूरी दुनिया में ग्लोबल वार्मिंग और पर्यावरण प्रदूषण को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है तो दूसरी ओर झांसी स्मार्ट सिटी ने इलेक्ट्रिक बसों के माध्यम से जनसुविधा के साथ साथ प्रदूषण रहित यातायात की सुविधा मुहैया करायी है। इसके लिए झांसी नगर निगम बधाई का पात्र है। प्रदूषण को कम करने में यह एक बेहद महत्वपूर्ण कदम है। यह बस सेवा न केवल महानगर बल्कि इसके आसपास के ग्रामीण अंचल में भी सुविधा देगी। लोगों से अपील है कि वह अधिक से अधिक संख्या में इस सेवा का लाभ उठायें।”
गौरतलब है कि कोछाभांवर में इलेक्ट्रिक बस डिपो में चार्जिंग स्टेशन भी बनाया गया है जहां एक साथ सात बसों का चार्ज किया जा सकता है। हर इलेक्ट्रिक बस में पांच बैटरी 690 वोल्ट और दो 24 वोल्ट की बैटरियां लगाई गई है। एक बार पूरी चार्ज होने पर यह बसें 120 से 130 किलोमीटर दूरी तक चलाई जा सकती है।बस की अधिकतम रफ्तार 70 किलोमीटर प्रति घंटे की होगी। इन बसों में बैठने के लिए 28 सीटें दी गई हैं तथा 22 यात्री हैंगर पकड़कर खड़े रह सकते हैं । बसें सुबह छह बजे से रात आठ बजे तक चलाई जाएंगी।
ये बसें पूरी तरह ऑटोमेटिक है और बटन दबाने से आगे पीछे या न्यूट्रल की जा सकती है। बस चालक के पास एक माइक लगा है जिससे चालक यात्रियों से संपर्क कर सकते हैं। ड्राइवर गलत रूट पर ना जाए इसके लिए जीपीएस सिस्टम भी लगाया गया है। बस में पांच कैमरे भी लगाये गये हैं जिनसे यात्रियों पर नजर रखी जा सकती है। बस के दोनों गेट बंद होने के बाद ही बस आगे बढ़ेगी और इसमें मेट्रो ट्रेन की ही तरह उद्घोषणा के जरिए यात्रियों को आने वाले अगले स्टाॅप की जानकारी दी जाएगी। बसों को चलाने के लिए किराया भी तय कर दिया गया है जो पांच रूपये से लेकर 40 रूपये के बीच निर्धारित किया गया है। पांच रूपये का स्लैब बनाया गया है प्रति तीन किलोमीटर के लिए पांच रूपये किराया देना होगा। इस तरह न्यूनतम किराया पांच रूपये निर्धारित किया गया है।