कोरबा:- कोरबा वनमंडल के कुदमुरा रेंज अंतर्गत बैगामार के जंगल में एक वयस्क हाथी की मौत हुई है. हाथी का शव मिलने से वन विभाग में हड़कंप मच गया और प्रारंभिक जांच में हाथी की मौत का कारण करंट प्रवाहित अवैध तार को बताया गया है. ग्रामीणों ने अपनी फसल की सुरक्षा के लिए बिजली का तार बिछाया था. जिसकी चपेट में एक हाथी आ गया.
गुरुवार रात की घटना: यह घटना गुरुवार रात को हुई. जिसकी जानकारी शुक्रवार की सुबह स्थानीय ग्रामीणों के माध्यम से वन अमले को मिली.बिजली का तार बिछाने के आरोप में वन विभाग ने तीन ग्रामीणों को गिरफ्तार कर लिया है.
आरोपियों ने जुर्म कबूल किया-वन विभाग: वन विभाग के अनुसार क्षेत्र के ग्रामीण कृष्णा राम राठिया, बाबूराम राठिया और टीकाराम राठिया इन तीनों के खेत एक दूसरे से लगे हुए हैं. फसल को जंगली जानवर से बचाने के लिए इन लोगों ने बिजली के खंभे से हुकिंग कर बिजली के नंगे तार खेत के इर्द-गिर्द बिछाए थे. तीनों ग्रामीणों को पकड़ने के बाद पूछताछ की गई. वन विभाग का दावा है कि तीनों ग्रामीणों ने बिजली के तार बिछाने की बात को स्वीकार कर लिया है. जिसके बाद इन्हें हाथी की मौत का जिम्मेदार मानते हुए, प्रकरण दर्ज कर वैधानिक कार्रवाई की जा रही है.
पूजा अर्चना कर दफनाया गया हाथी का शव : मृत हाथी का मौके पर पोस्टमार्टम कर आवश्यक कानूनी प्रक्रिया अपनाई गई है. रामपुर विधायक फूलसिंह राठिया भी मौके पर पहुंचे थे. जिन्होंने विधि विधान से पूजा अर्चना कर मृत हाथी को अंतिम विदाई दी. जिसके बाद हाथी का अंतिम संस्कार किया गया और जंगल में ही हाथी को दफनाया गया.
हाथियों की मौत चिंता का विषय : गौरतलब है कि इसी रेंज में कुछ माह पूर्व भी करंट लगने से एक हाथी की मौत हो चुकी है. इस तरह की घटनाएं क्षेत्रीय वन अमले की मुस्तैदी पर सवाल करती है. जंगल में ही हाथियों को भरपूर भोजन, रहने योग्य वातावरण और पानी का इंतजाम करने की जवाबदेही वन अमले की होती है, हाथी धान की फसल लगने के कारण भी रिहायशी इलाकों के करीब आ जाते हैं.
अक्सर ग्रामीण करंट वाले तार जंगल में बिछाते हैं,जिसके कारण इस तरह की घटनाएं हो रही हैं. पर्यावरणविदो ने छत्तीसगढ़ में हो रही हाथियों की मौत को बेहद चिंताजनक बताया है. हाथियों की संख्या वैसे ही काम है, ऐसे में एक हाथी की मौत से भी पूरा का पूरा प्राकृतिक तंत्र प्रभावित होता है.