
झारखंड:- ये जोड़ियां लिव इन में साल-दर-साल से रहती चली आ रही हैं. ऐसे कई रिश्तों की उम्र तो चालीस-पचास साल हो चुकी है. झारखंड में अब ऐसे रिश्तों को कानूनी और सामाजिक मान्यता दिलाने की मुहिम चल रही है. जनजातीय इलाकों में लिव-इन के इस रिश्ते को लोग ‘ढुकु’ के नाम से जानते हैं.
ऐसी जोड़ियां एक छत के नीचे एक साथ बरसों- वर्षों गुजारने के बाद भी अपने रिश्ते को शादी का नाम नहीं दे पातीं. इसके पीछे एक बड़ी वजह भी है. सामाजिक मान्यता दिलाने के लिए ऐसी जोड़ियों के सामूहिक विवाह का अभियान शुरू हुआ है. इसी कड़ी में इस साल फरवरी-मार्च में झारखंड के खूंटी और गुमला जिले में 1320 जोड़ियों का सामूहिक विवाह कराया जाना है.
इसकी शुरूआत 13 फरवरी को खूंटी के फुटबॉल स्टेडियम में आयोजित होने वाले कार्यक्रम के साथ होगी. स्वयंसेवी संस्था ‘निमित्त’ की पहल पर हो रहे कार्यक्रम में ढुकु रिश्ते वाली जोड़ियां सामाजिक और कानूनी तौर पर शादी के बंधन में बंधेंगी. संस्था की सचिव निकिता सिन्हा ने बताया कि खूंटी के बाद इस जिले के मुरहू और कर्रा ब्लॉक में भी जगह-जगह पर सामूहिक विवाह के कार्यक्रम तय किये गये हैं. गुमला जिले के बसिया में भी ऐसी कई जोड़ियां चिन्हित की गयी हैं,