बरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में एक छात्रा के ट्रेन हादसे में हाथ पैर काटने की खबर में पूरे राज्य को हिलाकर रख दिया. घटना का संज्ञान खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिया और पीड़िता को आर्थिक सहायता भी मुहैया कराई गई. तमाम वरिष्ठ अधिकारी छात्रा को देखने और उचित चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए अस्पताल भी पहुंचे. पता चला कि सिर्फ एक केक और घड़ी ने इस पूरी घटनाक्रम की पटकथा को रच दिया था. यह हादसा था या हत्या का प्रयास? फिलहाल इस बारे में जांच चल रही है.
बताया जा रहा है कि पीड़ित छात्रा का मंगलवार यानी कि 10 अक्टूबर को जन्मदिन था. कोचिंग से लौटते समय हादसा हो गया. परिवार के लोगों का कहना है कि कोचिंग से लौटते समय छेड़खानी करने वाले आरोपी युवक ने छात्रा को ट्रेन के आगे धक्का दे दिया. जब देर शाम तक बेटी घर नहीं पहुंची तो परिवार के लोग तलाश करने के लिए घर से निकले और करीब 8 बजे इस हादसे की सूचना परिवार के लोगों को लगी. परिवार की शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपी युवक और उसके पिता को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है.
युवक पर यह भी आरोप है कि उसी ने छात्रा को ट्रेन के आगे धक्का दिया है. जिसको पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और आरोपी युवक के पिता को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. आरोपी युवक का कहना है कि वह निर्दोष है. छात्रा और उसकी गहरी दोस्ती थी. जन्मदिन के मौके पर वह छात्रा को केक और घड़ी देकर आया था. लौटते समय उसके भाई ने देख लिया तभी यह बात छात्रा के परिवार के लोगों को पता चल गई और उसके पिता के पास छात्रा के पिता ने फोन करके धमकी देने लगे और फोन करके यह भी बताया कि यदि यह सब बंद नहीं हुआ तो वह अपनी बेटी को मार देंगे और युवक को फंसा देंगे. आरोपी युवक का कहना है कि उसके पास सभी मैसेज सुरक्षित हैं, तो दूसरी ओर छात्रा के परिवार वाले युवक पर ही छेड़खानी का आरोप लगा रहे हैं.
परिवार के लोगों का कहना है कि छात्रा हाई स्कूल की टॉपर है. शुरुआत से ही होनहार रही है. वह अब इंटर में टॉप करना चाहती थी. बिटिया का सपना था कि वह गांव का नाम रोशन करना चाहती है. इसके लिए वह दिन रात पढ़ाई भी करती थी. इसको लेकर कड़ी मेहनत भी करती थी. पढ़ाई के अलावा घर से करीब 2 किलोमीटर दूर वह कोचिंग पढ़ने के लिए भी जाती थी. शाम 4:30 तक वह रोज घर आ जाते थे.