कोरबा जिला ही नहीं वरन पूरे प्रदेश में कोरोना महामारी अपना विकराल रूप धारण कर चुकी है। ऐसे समय में कोरोना से बचाव हेतु प्रशासन द्वारा जो कदम उठाए जा रहे हैं उन्हें और बेहतर करने एवं इलाज में जरूरी अनुपलब्ध उपकरणों के विषय में जो कि मरीजों के इलाज के लिए बेहद जरूरी है, के लिए नगर पालिक निगम के नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल ने जिलाधीश महोदया एवं मुख्य सचिव छत्तीसगढ़ शासन को पत्र लिखा। पिछली बार कोविड-19 संक्रमण के समय हितानंद अग्रवाल द्वारा कई जन सेवा के कार्य कराए गए लोगों में राशन बांटना सैनिटाइजर एवं मास्क बांटना, बार-बार विभिन्न मोहल्लों में सैनिटाइजिंग करवाना जैसे कार्य वे निरंतर करते रहे। निरंतर जनता के संपर्क में रहने की वजह से उन्हें जो समस्याएं वर्तमान परिस्थिति में नजर आई उसके विषय में उन्होंने लिखा कि निश्चित ही कोरोना के प्रथम लहर में कोरबा जिला अपेक्षाकृत अन्य जिलों से ज्यादा सुरक्षित रहा। परंतु द्वितीय लहर की रोकथाम एवं संसाधनों की पूर्ति की तरफ संपूर्ण जिला प्रशासन, नगर प्रशासन को और अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। कोविड-19 से संक्रमित मरीजों को वर्तमान समय में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सामाजिक राजनीतिक स्तर पर चर्चा के दौरान उक्त विषय में जो कमियां सामने आ रही हैं, उन कमियों को हितानंद अग्रवाल ने बिंदुवार अपने पत्र में अंकित किया।
- जिले में वर्तमान समय में एक भी CT स्कैन मशीन चालू स्थिति में नहीं है।
- RTPCR टेस्ट के लिए लोगों को भटकना पड़ रहा है।
- कोविड केयर सेंटरों एवं आइसोलेशन सेंटरों में ऑक्सीजन बेड की कमी है।
- वेंटिलेटर कि अस्पतालों में कमी है।
- मरीजों के लिए जीवन रक्षक दवा रेमडेसिविर की उपलब्धता में कमी है।
- कोविड वैक्सीनेशन सेंटरों में सप्ताह में लगभग 2 दिन वैक्सीन की कमी हो रही है।
- कोविड-19 संक्रमित मरीजों को जो दवा प्रशासन द्वारा निशुल्क बाटी जा रही है उसमें एक नग ऑक्सीमीटर एवं एक नग डिजिटल थर्मामीटर भी बीपीएल परिवारों को दिया जाए।
उन्होंने आग्रह किया कि उनके द्वारा बताए गए कमियों पर जरूर से जरूर ध्यानाकर्षण कर कमियों को दूर किया जाए, जिससे मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया हो सके।