नई दिल्ली:– भारत में सोना-चांदी के दाम लगातार आसमान छू रहे हैं. इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, बीते हफ्ते 6 सितंबर से 13 सितंबर के बीच सोना ₹3,369 महंगा हुआ है. जहां 6 सितंबर को 24 कैरेट सोना ₹1,06,338 प्रति 10 ग्राम था, वहीं 13 सितंबर को इसका भाव ₹1,09,707 तक पहुंच गया.
इसी तरह, चांदी ने भी इस हफ्ते तेज़ी दिखाई और ₹4,838 बढ़कर ₹1,28,008 प्रति किलो पर बिक रही है. पिछले हफ्ते यह कीमत ₹1,23,170 थी.
महानगरों में सोने की कीमतें
: 24 कैरेट ₹1,11,300 | 22 कैरेट ₹1,02,050
मुंबई: 24 कैरेट ₹1,11,170 | 22 कैरेट ₹1,01,900
कोलकाता: 24 कैरेट ₹1,11,170 | 22 कैरेट ₹1,01,900
चेन्नई: 24 कैरेट ₹1,11,710 | 22 कैरेट ₹1,02,200
भोपाल: 24 कैरेट ₹1,11,200 | 22 कैरेट ₹1,01,950
सालभर का रिकॉर्ड
साल 2024 के अंत से अब तक सोना और चांदी दोनों की कीमतों में ऐतिहासिक उछाल दर्ज हुआ है.
सोना: ₹76,162 → ₹1,09,707 (₹33,545 की बढ़ोतरी, 44%)
चांदी: ₹86,017 → ₹1,28,008 (₹41,991 की बढ़ोतरी, 49%)
सोने की कीमतें क्यों बढ़ रही हैं?
सोने-चांदी की कीमतों में तेजी के पीछे कई वैश्विक और घरेलू कारक काम कर रहे हैं:
वैश्विक अनिश्चितता – अमेरिका के टैरिफ प्लान और व्यापारिक तनाव ने निवेशकों को सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की तरफ मोड़ा है.
केंद्रीय बैंकों की भारी खरीदारी – चीन और रूस जैसे देश लगातार सोना जमा कर रहे हैं.
भूराजनीतिक तनाव – रूस-यूक्रेन युद्ध की अनिश्चितता निवेशकों का भरोसा सोने में बढ़ा रही है.
महंगाई और ब्याज दरें – मुद्रास्फीति और फेडरल रिजर्व की कम दरों के चलते सोना निवेश के लिए और आकर्षक हो गया है.
डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी – डॉलर मजबूत होने से रुपये पर दबाव है, जिससे सोना भारत में और महंगा हो रहा है.
आगे का अनुमान: ₹1.12 लाख तक पहुंच सकता है सोना
मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर वैश्विक हालात ऐसे ही बने रहे, तो इस साल सोने का भाव ₹1.12 लाख प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है. वहीं, चांदी की कीमतें ₹1.30 लाख प्रति किलो तक पहुंचने की संभावना जताई जा रही है.
सोने की कीमतें क्यों बढ़ रही हैं?
सोने-चांदी की कीमतों में तेजी के पीछे कई वैश्विक और घरेलू कारक काम कर रहे हैं:
वैश्विक अनिश्चितता – अमेरिका के टैरिफ प्लान और व्यापारिक तनाव ने निवेशकों को सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की तरफ मोड़ा है.
केंद्रीय बैंकों की भारी खरीदारी – चीन और रूस जैसे देश लगातार सोना जमा कर रहे हैं.
भूराजनीतिक तनाव – रूस-यूक्रेन युद्ध की अनिश्चितता निवेशकों का भरोसा सोने में बढ़ा रही है.
महंगाई और ब्याज दरें – मुद्रास्फीति और फेडरल रिजर्व की कम दरों के चलते सोना निवेश के लिए और आकर्षक हो गया है.
डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी – डॉलर मजबूत होने से रुपये पर दबाव है, जिससे सोना भारत में और महंगा हो रहा है.
आगे का अनुमान: ₹1.12 लाख तक पहुंच सकता है सोना
मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर वैश्विक हालात ऐसे ही बने रहे, तो इस साल सोने का भाव ₹1.12 लाख प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है. वहीं, चांदी की कीमतें ₹1.30 लाख प्रति किलो तक पहुंचने की संभावना जताई जा रही है.
