कोरबा, 22 जनवरी । बेटे- बेटी के हाथ पीले करने वाले स्वजनों के लिए यह अच्छी खबर है। विवाह के लिए अब एसडीएम कार्यालय का चक्कर काटना नहीं पड़ेगा, बल्कि आयोजन की केवल सूचना देनी होगी। विवाह में दौरान कोरोना गाइडलाइन का पालन करना जरूरी होगा। ऐसा ना करने पर करवाई धारा 144 के तहत कार्रवाई की जाएगी। जिले में सप्ताह भर के भीतर विवाह आयोजन अनुमति के लिए 183 आवेदन प्रशासन को मिले हैं। नियम शिथिल कि जाने से लोगों को राहत है।
जरूरी शर्तों के साथ शादी की अनुमति से स्वजनों के साथ ही रिश्तेदारों को भी राहत मिल गई है। शासन ने लोगों को कोविड निमय पालन के शर्त पर विवाह की अनुमति दे दी है। इसके पहले तक तक एसडीएम कार्यालय से अनुमति लेना जरूरी था। पहले लोगों को लगातार दफ्तर के चक्कर भी काटने पड़ते थे। अनुमति के लिए दूर दराज के लोगों का कार्यालय आना मुश्किल हो रहा था। यहां कार्यालयीन कर्मचारियों द्वारा आदेश संबंधी फाइल पेंडिंग कर आवेदनकर्ताओं को घुमाने की शिकायत भी मिल रही थी। अब नए नियम के अनुसार सूचना देनी होगी। कार्यालय में सूचना देकर वैवाहिक कार्यक्रम समापन करा सकेंगे। गाइडलाइन का उल्लंघन करने पर भादवि की धारा 144 और 188 के तहत कार्रवाई भी की जाएगी।
सरकारी गाइडलाइन के अनुसार विवाह घर की क्षमता अगर 100 की है तो वहां आयोजित होने वाले कार्यक्रम में सिर्फ 33 लोग ही शामिल होंगे। नियम पालन कराने की जिम्मेदारी आयोजनकर्ता पर होगी। नियमों की अवहेलना करना वर पक्ष को भारी पड़ सकता है। बारात निकालते समय शारीरिक दूरी का कड़ाई से पालन करना होगा। शादी समारोज में शामिल सभी लागों के लिए मास्क अनिवार्य है।
विवाह घरों के अलावा होटलों व अन्य जगह जहां शादी के कार्यक्रम होंगे वहां जिला प्रशासन की नजर रहेगी। प्रशासनिक अमला लगातार निगरानी करेगा व गाइडलाइन के अनुसार कार्यक्रम संपन्ना् कराए जा रहे हैं या नहीं जानकारी भी लेंगे। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए इसे जरूरी माना जा रहा है। आयोजन के दौरान प्रशानिक टीम द्वारा औचक निरीक्षण किया जा सकता है। इस दौरान कोरोना गाइड लाइन उल्लंघन पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत महिलाए एवं बाल विकास विभाग ने इस वर्ष 250 जोड़ों का लक्ष्य निर्धारित किया है। विभागीय अधिकारी की माने तो पंजीयन शुरू कर दी गई है। अभी तक 37 जोड़ों का पंजीयन किया जा चुका है। बीते वर्ष भी कोविड गाइड लाइन के बीच 137 जोड़ों की शादी हुई थी। आयोजन के लिए राशि जारी हो चुकी है। विभाग को राज्य शासन से अनुमति का इंतजार है।