धमतरी:- छत्तीसगढ़ के धमतरी में हनुमानजी का भव्य मंदिर है. हनुमान जन्मोत्सव को लेकर यहां मंदिर को विशेष रूप से सजाया गया है. विभिन्न धार्मिक आयोजन रखे गए हैं. पूरे देश भर में हनुमान जन्मोत्सव को लोग बड़े ही हर्षोल्लास से मना रहे हैं. विभिन्न आयोजन किये जा रहे है. हनुमान मंदिरों में सुबह से ही सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का पाठ किया जा रहा है. ईटीवी भारत धमतरी जिले के एक अनोखे हनुमानजी के दर्शन करवा रहा है.
मूर्ति के बढ़ते कद को लेकर मान्यता: ऐसी मान्यता है कि यहां हनुमान जी की मूर्ति का कद बढ़ते ही जा रहा था. जिसे रोकने के लिए तवा ठोककर अभिमंत्रित किया गया. तब जाकर हनुमानजी की मूर्ति का कद बढ़ने का सिलसिला थमा. पुजारी हनुमंत वैष्णव ने बताया कि वे श्री राम जानकी मठ मंदिर कुल के 9वें दास हैं. श्री राम जानकी मठ मंदिर में हनुमान जी विराट रूप में विराजित हैं. हनुमान जी का झुक कर इसलिए दर्शन किया जाता है, क्योंकि वह विशाल रूप में हैं और हमेशा श्रद्धालुओं का दास स्वभाव होना चाहिए.
बाल रूप से विग्रह रूप: हनुमान जी की मूर्ति 11 फीट की है. हनुमान जी को विराजित किये करीब 400 साल हो गए हैं. मंदिर में श्री सीताराम जी विराजित पहले हुए हैं, उसके बाद हनुमान जी महाराज ठीक सीताराम मंदिर के सामने विराजमान हुए.हनुमानजी पहले बाल रूप में थे. धीरे-धीरे वह विराट रूप लेते गए. फिर एक समय के बाद भगवान जी ने संकेत दिए कि मुझे विराट रूप में विराजमान किया जाए, नहीं तो मैं और विस्तृत रूप में बढ़ता जाऊंगा. उसके बाद अनुष्ठान हुआ. फिर भगवान इस विग्रह में विराजमान हो गए.
पुजारी हनुमंत वैष्णव ने बताया कि हमारे वेद शास्त्र इतने विस्तृत रूप में हैं कि मंत्रों के द्वारा तवा को अभिमंत्रित कर ठोका गया था. हनुमान जी के कंठ पर रुद्राक्ष की माला है, कानों में कुंडल है, भुजाओं और पैरों पर बाजूबंद है, हनुमान जी की जटाएं हैं, रामानंदी तिलक है, वज्रधारी हैं, स्त्री रूप धारी शनि देव को एक पैर से दबाए हुए हैं और एक पैर पाताल लोक पर है.
श्रद्धालुओं ने कहा कि इस मंदिर में आकर उन्हें काफी अच्छा लगता है. मंदिर में हर मनोकामना पूरी होती है भगवान श्री हनुमान उनके हर संकट को दूर करें, इसके लिए वह कामना करते हैं.