अपनी भावनाओं को समझना और उन्हें मैनेज करना रिश्तों को जोड़े रखने के लिए बेहद जरूरी है. कई बार कुछ ऐसे बड़े इमोशंस होते हैं, जिन्हें काबू में रख पाना मुश्किल होता है. अगर आप अपने इमोशंस को कंट्रोल कर लें तो कई सारी मुश्किलें अपने आप हल हो जाती हैं.अगर इमोशंस पर आपका कंट्रोल नहीं है तो इसके चलते कई चीजें आपको काफी परेशान भी कर सकती हैं. प्रोफेशनल और निजी जिदंगी में इमोशंस कंट्रोल करना बेहद जरूरी है. ऐसा करके आप कई तरह की समस्याओं से बच सकते है. हमारी लाइफ में ऐसे कई सारे मौके आते हैं, जिस दौरान इमोशंस के सैलाब में बह जाते हैं.
आइए जानते हैं कि किन पांच तरीकों से आप अपने इमोशंस को कंट्रोल कर सकते हैं.
गहरी सांस लेंकई बार इतना गुस्सा आ जाता है कि अपना भावनाओं को कंट्रोल करना मुश्किल होता है. ऐसे में आप गहरी सांस लें।इससे तनाव कम होगा और इमोशंस भी कंट्रोल होगे.
रोजाना प्राणायाम या ध्यान लगाने का अभ्यास करें.जर्नल लिखेंअपनी भावनाओं और उनके ट्रिगर्स जानने के लिए जर्नल में लिखना शुरू करें. रोजाना ऐसा करने से पैटर्न सामने आ सकते हैं और आपको अपनी प्रतिक्रियाओं को समझने में मदद मिल सकती है.
नेगेटिविटी को बदलेंजब नकारात्मक विचार हावी हों तो अपना ध्यान केंद्रित करने की कोशिश करें. गलतियों या कठिनाईयों पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय अपना ध्यान सकारात्मक पहलुओं पर केंद्रित करें. सकारात्मक सोच परिणामों को आकर्षित करती है और नकारात्मकता के चक्र को तोड़ने में मदद करती है.
फिजिकल एक्सरसाइजएक्सरसाइज को सबसे अच्छा स्ट्रेस बस्टर माना जाता है. जब भी हमारे इमोशंस बाहर आते हैं और आप परेशान हो तो एक्सरसाइज करें. आप साइकलिंग और डांसिंग जैसा लाइट एक्सरसाइज कर सकते हैं.
अपनी भावनाओं को किसी के साथ साझा करेंअपनी भावनाओं को व्यक्त करना मुद्दों को सुलझाने की दिशा में पहला कदम हो सकता हैजिस व्यक्ति पर आप भरोसा करते है. उसके सामने खुलकर बात करना या पेशेवर मदद मांगनाइमोशंस कंट्रोल करने में मदद कर सकता है.