नई दिल्ली:- आचार्य चाणक्य बहुत बड़े विद्वान थे और वह चंद्रगुप्त मौर्य के गुरु थे। उन्होंने एक नीति शास्त्र की रचना की थी, जिसे ‘चाणक्य नीति’ के नाम से जाना जाता है। चाणक्य नीति में जीवन से जुड़े लगभग सभी विषयों का जिक्र है। आज भी ये नीतियां युवाओं को मार्गदर्शित करती हैं। दूसरे शब्दों में कहें, तो चाणक्य नीति जीवन में मंजिल हासिल करने में मदद करती है। इसके अलावा इस नीति शास्त्र में व्यक्ति के गुण और अवगुणों के बारे में भी विस्तार से जिक्र किया गया है। साथ ही जीवन में किन लोगों का साथ कभी नहीं छोड़ना चाहिए, इस बात का भी उल्लेख है।
दरअसल, अपने जीवन में हम सभी कई लोगों से मिलते हैं जिनमें से कुछ हमारे करीबी बन जाते हैं लेकिन कौन हमारे करीब है और निस्वार्थ के साथ मित्रता निभाता है इसकी पहचान करना थोड़ा मुश्किल होता है। ऐसे में चाणक्य नीति में रचित बातों का ध्यान रखना आपके लिए लाभकारी हो सकता है। इसी कड़ी में आइए जानते हैं कि, हमें जीवन में किन लोगों का साथ कभी नहीं छोड़ना चाहिए
स्पष्टता से बात रखने वाले लोग
चाणक्य नीति के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति लोगों के सामने अपनी बातों को स्पष्टता से रखता है, तो वो कभी किसी को धोखा नहीं दे सकता। ऐसे व्यक्ति को दिल का साफ माना जाता है। इन लोगों से मित्रता करनी चाहिए।
लालच न रखने वाले लोग
ऐसे व्यक्ति पर आंख बंद कर भरोसा किया जा सकता है, जो कभी भी किसी भी तरह का लालच न रखता हो। आचार्य चाणक्य के अनुसार जिन लोगों को किसी चीज का लालच नहीं होता, ऐसे लोग कभी किसी को धोखा नहीं देते हैं। इसलिए ऐसे लोगों के साथ मित्रता रखनी चाहिए।
मदद करने वाले लोग
जीवन में निस्वार्थ भाव से काम करने वाले लोगों से हमेशा मित्रता रखनी चाहिए। ऐसे लोग कभी भी किसी का बुरा नहीं करते हैं।
दूसरों की बातों से कम मतलब रखने वाले लोग
अगर कोई व्यक्ति दूसरों की बातों से कम मतलब रखता हैं, तो ऐसे लोग बहुत ही साफ दिल के माने जाते हैं। इन लोगों के मन में जीवन में कुछ हासिल करने की चाह अधिक होती है। इसलिए इन पर विश्वास किया जा सकता है।