बच्चे के हेल्दी ग्रोथ के लिए उसके वजन का उम्र के हिसाब से बढ़ना बहुत जरूरी होता है. हालांकि दुबलापन और मोटापा दोनों ही जेनेटिक होते हैं. ऐसे में यदि माता-पिता पतले हैं तो बच्चा भी अंडरवेट हो सकता है. लेकिन इस कंडीशन को हेल्दी और बैलेंस्ड डाइट के माध्यम से कंट्रोल किया जा सकता है.बता दें कि अंडरवेट होने से बच्चे की इम्यूनिटी पर असर होता है. साथ ही ऐसे बच्चे ज्यादा लंबे नहीं हो पाते हैं. इसके अलावा उनके सीखने की क्षमता बाकी बच्चों से कम होती है. वैसे यह लक्षण उन बच्चों में ज्यादा नजर आते हैं जो लंबे समय तक अंडरवेट रहते हैं. ऐसे में आप अपने बच्चे को इन 5 चीजों को खिलाकर दुरुस्त बना सकते हैं.
केला पोटेशियम, विटामिन सी, विटामिन बी6 और कार्बोहाइड्रेट समेत कैलोरी से भी भरपूर होता है, जिससे यह बच्चे का वजन बढ़ाने के लिए एक बेहतरीन भोजन बनता है. ऐसे में हर दिन एक केला बच्चे को जरूर खिलाएं.
दालबच्चों को 6 महीने की उम्र के बाद से ही दाल खिलना शुरू कर देना चाहिए है. दाल में मौजूद प्रोटीन, मैग्नीशियम, कैल्शियम, आयरन, फाइबर और पोटेशियम बच्चों के सही ग्रोथ को सुनिश्चित करते हैं. यह बच्चों के लिए सबसे कारगर वजन बढ़ाने वाले ड्रिंक में से एक है।
रागीगेहूं की जगह रागी के आटे की रोटी खिलाने से आपके बच्चे का वजन तेजी से बढ़ सकता है. क्योंकि इसमें कैल्शियम की मात्रा दूसरे कोई भी आटे से ज्यादा होता है. साथ ही इसमें फाइबर और विटामिन की मात्रा भी भरपूर होती है
.चिया सीड्स चिया सीड्स बच्चों के वजन को तेजी से बढ़ाने का काम करते हैं. ऐसा इसमें मौजूद फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा के कारण होता है. ऐसे में आप बच्चे का वजन बढ़ाने के लिए चिया सीड्स को पीसकर फूड्स में मिलाकर उसे खिला सकते हैं.
शकरकंदशकरकंद की गिनती पौष्टिक, पचाने में आसान और हेल्दी फूड में की जाती हैं। यह विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन बी 6, कॉपर, फास्फोरस, पोटेशियम और मैंगनीज जैसे पोषक तत्व से भरपूर होता है, जो बच्चों के वजन को बढ़ाने के लिए जरूरी है. .
