नई दिल्ली:- चैत्र पूर्णिमा का बड़ा महत्व है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा होती है। ऐसा माना जाता है कि जो जातक इस शुभ दिन पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करते हैं उन्हें धन-वैभव का आशीर्वाद मिलता है। इसे चैती पूनम के नाम से भी जाना जाता है। इस साल चैत्र पूर्णिमा 23 अप्रैल, 2024 दिन मंगलवार को मनाई जाएगी।
चैत्र पूर्णिमा पर पीपल के पेड़ की पूजा करना बड़ा अच्छा माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस दिन संध्या के समय पीपल के पेड़ की पूजा विधि अनुसार करनी चाहिए। साथ ही इसके सामने घी का दीपक जलाना चाहिए। फिर 21 बार इसकी परिक्रमा करनी चाहिए। ऐसा करने से ग्रह दोष से छुटकारा मिलता है। साथ ही अक्षय फलों की प्राप्ति होती है।
चैत्र पूर्णिमा पर श्री यंत्र की पूजा का खास महत्व है। श्री यंत्र को माता लक्ष्मी का प्रतीक भी माना जाता है। ऐसे में इस शुभ अवसर पर धन की देवी के साथ इसकी पूजा करना अच्छा माना जाता है। इससे घर का आर्थिक संकट समाप्त होता है। साथ ही कार्यक्षेत्र में किसी प्रकार की कोई रुकावट नहीं आती है। इसके अलावा घर की तिजोरी कभी पैसों से खाली नहीं होती है।
चैत्र पूर्णिमा पर स्नान-ध्यान और वैदिक मंत्रों का जाप करना चाहिए। ऐसा करने से मानसिक तनाव से छुटकारा मिलता है। इसके साथ ही धन की सभी मुश्किलें समाप्त होती हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस शुभ अवसर पर इस मंत्र ‘ॐ स्रां स्रीं स्रौं स: चन्द्रमसे नम:’ या ‘ॐ ऐं क्लीं सोमाय नम:’ का जाप बेहद कल्याणकारी माना जाता है।