गौरेला-पेंड्रा-मरवाही 9 अप्रैल 2021/ जिले की कलेक्टर सुश्री नम्रता गांधी द्वारा देश में कोरोना महामारी के संक्रमण को देखते हुए जिले के एनीमिया और कुपोषण से ग्रसित महिलाओं, किशोरियों और कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य पर चिंता जाहिर करते हुए सभी जिला स्तरीय नोडल अधिकारियों को विशेष निगरानी रखे जाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए उन्होंने मिशन शक्ति अभियान के तहत सभी नोडल अधिकारियों को उनके संबंधित ग्रामों में एनीमिया और कुपोषण दूर करने के लिए कुपोषण एवं एनीमिया से ग्रसित किशोरी, महिलाओं और कुपोषित बच्चों के विभिन्न स्वास्थ्य सुविधाओं सहित चिकित्सकों द्वारा दिए गए स्वास्थ्य परामर्श के पालन पर निरंतर निगरानी रखे जाने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने विभिन्न ग्रामों के लिए नियुक्त किए गए सभी नोडल अधिकारियों को कुपोषण एवं एनीमिया से ग्रसित किशोरी, महिलाओं और कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य संबंधी विभिन्न पहलूओ पर विशेष निगरानी रखते हुए नियमित दवाइयों का सेवन, खानपान के परामर्श, आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता इत्यादि सुनिश्चित किए जाने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं। जिसके परिपालन में नोडल अधिकारी श्री विक्रम वर्मा ( क्रेडा विभाग जिला प्रभारी ) द्वारा विगत दिवस ग्राम पंचायत भर्रीडांड का निरिक्षण किया गया । निरिक्षण के दौरान उनके द्वारा सात से नौ एच. बी. के बीच आने वाली नौ एनीमिक महिलाओं का निरिक्षण किया गया। जिसमें दो महिलाओं का एच. बी. नौ से कम पाया गया । उनके द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मरवाही का निरिक्षण किया गया जिस दौरान एक महिला का डिलीवरी हुआ जिसमें बच्चे का वजन 3.10 किलो ग्राम, बच्चा एवं जच्चा दोनों ही स्वस्थ पाए गए । महिला को दो आयरन सुक्रोज लगाया गया है । महिला निसु / महेश उम्र 21 वर्ष का पूर्व में परीक्षण के दौरान एच. बी. नौ मिला । निरिक्षण में महिला द्वारा आयरन टेबलेट एवं मल्टीविटामिन लिए जाने कि जानकारी दी गई एवं नोडल अधिकारी द्वारा महिला को पुनः एच. बी. टेस्ट कराने कहा गया एवं आर. एच. ओ. को टेस्ट करने का निर्देश दिया गया, नोडल अधिकारी ने बताया कि ऐसी सभी महिलाएं जिनका हीमोग्लोबिन कम है उन्हें स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयरन टेबलेट एवं मल्टीविटामिन दिया जा रहा है । नोडल अधिकारी द्वारा भर्रीडांड के एक गंभीर कुपोषित बच्चे कार्तिक पिता मुकेश, माता सुनीता का निरीक्षण किया गया, जिसमें जन्म के समय बच्चे का वजन 2.70 किलोग्राम था और अद्यतन स्थिति में वजन 5.8 किलोग्राम है बच्चे को पोषण पुनर्वास केंद्र गौरेला से लाभान्वित करने के लिए आर. एच. ओ. को निर्देशित किया गया है ।
इसी प्रकार नोडल अधिकारी श्री संजय वर्मा ( विकासखंड शिक्षा अधिकारी गौरेला ) द्वारा ग्राम पंचायत नेवरी में सात से कम एच. बी. की एनीमिक महिलाओं आरती, कमल उराव से मुलाकात कर उनका स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। परीक्षण उपरांत उनका एच.बी. 8.9 पाया गया । इलाज एवं परीक्षण उपरांत आयरन की गोली एवं मल्टीविटामिन सिरप दिया गया साथ ही उन्हें लाल भाजी, हरी सब्जी, काला गुड़, मूंगफली दाना, मुनगा एवं अन्य पौष्टिक भोजन की जानकारी दी गई । इसके साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा ग्राम पंचायत नेवरी में 2 कुपोषित बच्चे स्वरांजली उम्र 1 वर्ष से ऊपर एवं संजना उम्र 1.5 वर्ष का निरीक्षण किया गया, नोडल अधिकारी द्वारा कुपोषित बच्चे की माता एवं परिवार के सदस्यों को पोषण पुनर्वास केंद्र के लाभ के बारे में बताया गया और बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र में भेजने कहा गया। ग्राम पंचायत नेवरी में गर्भवती महिला लीलावती एवं बिरासु के घरों में मुलाकात कर स्वास्थ्य विभाग की जांच में दोनों स्वस्थ पाए गए है। नोडल अधिकारी द्वारा बताया गया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा गर्भवती महिलाओं को आयरन एवं कैल्शियम की गोलियां नियमित रूप से दी जा रही है । इसी प्रकार नोडल अधिकारी श्री संजय वर्मा द्वारा ग्राम पंचायत सधवानी में 7 एच. बी. से कम एनीमिक महिला श्रीमती भगवती और किशोरी, कुमारी ममता उम्र 17 वर्ष से मुलाकात कर उनका स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। परीक्षण के उपरांत श्रीमती भगवती का एच. बी.8.5 और कुमारी ममता का एच. बी.9.2 पाया गया, इसके साथ ही परीक्षण उपरांत आयरन की गोली एवं मल्टीविटामिन दिए गए। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा ग्राम पंचायत में 9 कुपोषित बच्चों की जानकारी दी गई । जिन्हें पूर्व में पोषण पुनर्वास केंद्र भेजा गया था जो बाद में वापस लौट कर आ गए हैं । आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को निर्देशित किया गया कि वर्तमान में कुपोषित बच्चे की माता एवं परिवार के सदस्यों को पोषण पुनर्वास केंद्र के लाभ की जानकारी विस्तार पूर्वक समझाते हुए अप्रैल माह में पुनः पोषण पुनर्वास केंद्र भेजें । नोडल अधिकारियों द्वारा बताया गया कि संबंधित महिलाओं, किशोरियों और कुपोषित बच्चों की माताओं को स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिए गए विभिन्न परामर्श की जानकारी पुनः दी गई और उनके द्वारा सभी स्वास्थ्य परामर्श, खानपान और दवाइयों इत्यादि पर विशेष ध्यान दिए जा रहे हैं।