
सभी शिक्षकों का हो वैक्सीनेशन शालेय शिक्षक की मांग
विगत कुछ दिनों से कोविड -19 से संक्रमित मरीजों की संख्या अनियंत्रित रूप से फैल रही है… जिसके चलते आंगनबाड़ी, विद्यालय एवं कॉलेजों को पुनः बन्द कर दिया गया है..कोविड की स्थिति गंभीर बनी हुई है जिससे हम सभी को सुरक्षित रहना है .. प्रदेश में विद्यालय बन्द है लेकिन शिक्षकों को विद्यालय बुलाया जा रहा है लेकिन शिक्षको का विद्यालय में पढ़ाने के अलावा कोई कार्य नही होता है ऑनलाइन पढ़ाई वे घर से भी करा सकते है। जिसका रिपोर्ट पोर्टल से मिल जाता है। वर्तमान में बहुत से शिक्षक कोविड से संक्रमित हो रहे है और वाहक के रूप में भी कार्य कर रहे है जिससे शिक्षकों के जीवन का खतरा है। विगत दिनों से प्रदेश के कोने कोने से कोविड के चलते शिक्षकों की मृत्यु होने की खबरे आ रही है जो चिंताजनक है। ऐसे में शासन को चाहिए कि शिक्षको को घर पर ही रहकर ऑनलाइन पढ़ाने का कार्य सौपा जाए अथवा बारी-बारी से शालाओं में बुलाया जाए ,जिससे संक्रमण का खतरा कम हो।
कोविड19 के रोकथाम के लिए वैक्सीनेशन का कार्य भी जारी है.. 1 अप्रैल से 45 वर्ष से अधिक उम्र वाले सभी नागरिकों को वैक्सीनेट किया जाना है। जिसमे शिक्षकों की भी मदद लेने की तैयारी है.. इसके लिए कुछ जिलों में विधिवत आदेश जारी किया गया है। ज्ञातव्य है कि कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग के कार्य मे शिक्षक अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे है। शिक्षकों को वैक्सीनेशन कार्य मे सम्मलित करने से संगठन को कोई आपत्ति नही है पर
हमारी शिक्षको के स्वास्थ्य के प्रति कुछ चिन्ताएं है उसे डयूटी लगाते समय ध्यान रखा जाए।
???? बहुत से शिक्षक गंभीर बीमारियों से ग्रस्त है , ऐसे शिक्षकों को इस ड्यूटी से अलग रखा जाए।
???? महिलाओं जिनके छोटे बच्चे है उन्हें छूट प्रदान की जाए।
???? सभी शिक्षकों का वेक्सीनेशन किया जाए।
????स्वास्थ्य कर्मियों की तरह शिक्षकों का भी बीमा किया जाए।
????कोरोना किट, मास्क, सेनेटाइजर आदि सामग्री उपलब्ध कराया जा रहा.
वीरेंद्र दुबे अध्यक्ष शालेय शिक्षक संघ