वित्त मंत्री निर्मला सीतामरण ने ट्वीट करके जानकारी दी है कि छोटी बचत योजनाओं पर मिलने वाले ब्याज में किसी तरह की कमी नहीं की जाएगी. निवेशकों को 2020-2021 के आखिरी तिमाही में मिलने वाले ब्याज के बराबर ब्याज मिलता रहेगा. केंद्र सरकार की ओर से ब्याज दरों में की गई कमी का आदेश वापस ले दिया गया है.
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने 31 मार्च को लघु बचत योजनाओं पर दिए जाने वाले ब्याज में कटौती करने का ऐलान किया था. बचत खातों पर मिलने वाले ब्याज में 0.5 फीसदी की कमी की गई थी. सरकार के इस फैसले का असर PPF बचत खातों, किसान बचत योजना और सुकन्या समृद्धि योजना के खाता धारकों पर भी पड़ रहा था.
ब्याज दरों की गई थी बड़ी कटौती
वित्त मंत्रालय के ओर से पहले जारी किए आदेश के मुताबिक, बचत खातों पर सालाना ब्याज की दर 4 फीसदी से घटाकर 3.5 फीसदी कर दी गई थी. जारी किए गए आदेश के मुताबिक बचत खातों पर ब्याज की नई दरें 1 अप्रैल, 2021 से लागू रहने की बात कही गई थी. बचत खाते के अलावा पीपीएफ खाते पर मिलने वाली ब्याज दर भी 7.1 फीसदी से घटाकर 6.4 फीसदी कर किया गया था. वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाला ब्याज भी 7.4 फीसदी से कम करके 6.5 फीसदी कर दिया गया था.
सीनियर सिटिजन्स को लगा था झटका
वित्त मंत्रालय की होर से पहले जारी किए गए आदेश का सबसे ज्यादा असर वरिष्ठ नागरिकों को जमा पर मिलने वाले ब्याज पर पड़ रहा था. पहले जहां वरिष्ठ नागरिकों को 7.4 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा था, वहीं इन्हें ब्याज दर घटा कर 6.5 की दर से ब्याज दिए जाने की बात कही गई थी.
सुकन्या समृद्धि की ब्याज में भी कटौती
सरकार ने बेटियों के लिए शुरू की गई सुकन्या समृ्द्धि योजना में ऊंची ब्याज दरों की घोषणा की थी. अब तक सुकन्या समृद्धि खाता धारकों को सालाना 7.6 फीसदी की दर से ब्याज मिलता था. लेकिन वित्त मंत्रालय के ऐलान के बाद ब्याज दर घटकर 6.9 फीसदी रह गई थी.