नई दिल्ली :– स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने सीजीएचएस (CGHS) लाभार्थियों के लिए एक बड़ा बदलाव किया है. हाल ही में जारी सर्कुलर के अनुसार, अब CGHS में कॉन्ट्रिव्यूशन (जैसे रजिस्ट्रेशन या रिन्युअल की फीस) सिर्फ आधिकारिक CGHS वेबसाइट के माध्यम से ही किया जा सकेगा. यह नियम 28 अप्रैल 2025 से लागू होगा.
जारी सर्कुलर के मुताबिक सरकार ने एक नया नियम जारी किया है जिसके तहत अब CGHS की फीस भरने की पुरानी प्रक्रिया, जो www.bharatkosh.gov.in वेबसाइट पर होती थी, बंद कर दी गई है. पहले केंद्र सरकार के पेंशनभोगी इसी वेबसाइट के ज़रिए CGHS कार्ड के लिए फीस भरते थे और नया कार्ड बनवाते या रिन्यू कराते थे. अब 28 अप्रैल 2025 से यह काम सिर्फ CGHS की आधिकारिक वेबसाइट www.cghs.mohfw.gov.in पर ही किया जा सकेगा.
समय पर भुगतान नहीं किया? आवेदन कैंसिल कर दिया जाएगा
सरकार ने यह भी साफ कर दिया है कि अगर किसी ने 27 अप्रैल 2025 तक पुरानी प्रक्रिया के तहत पेमेंट नहीं किया तो उसका आवेदन अपने आप कैंसिल हो जाएगा. ऐसी स्थिति में आपको नए पोर्टल पर जाकर दोबारा आवेदन करना होगा. इसलिए अगर आपने अभी तक पेमेंट नहीं किया है तो बिना देर किए नए पोर्टल का इस्तेमाल करें. इसके साथ ही सरकार ने 18 साल से अधिक आयु के सभी सीजीएचएस लाभार्थियों को सलाह दी है कि वे अपने लाभार्थी आईडी को अपने पैन कार्ड से लिंक कराएं और किसी भी तरह की गलती को तुरंत ठीक करा लें.
पुरानी सिस्टम पूरी तरह खत्म, अब नई डिजिटल सिस्टम तैयार
2005 में बनी CGHS की पुरानी व्यवस्था को पिछले 20 सालों में कभी अपडेट नहीं किया गया और यह अब तकनीकी रूप से पिछड़ी हुई है. इसलिए सरकार ने इसे पूरी तरह से बंद करके नई आधुनिक व्यवस्था शुरू करने का फैसला किया है.
अब C-DAC (सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कंप्यूटिंग) द्वारा तैयार नई स्वास्थ्य प्रबंधन सूचना प्रणाली (HMIS) शुरू की जा रही है. यह प्रणाली पूरी तरह से डिजिटल है, स्वचालित सत्यापन करती है और वास्तविक समय में ट्रैकिंग सुविधा प्रदान करती है.
इस बदलाव को सुचारू रूप से लागू करने के लिए 26 अप्रैल 2025 को सभी CGHS वेलनेस सेंटर आम जनता के लिए बंद कर दिए गए थे. वहीं, 28 अप्रैल से पुरानी वेबसाइट्स – जैसे cghs.gov.in और cghs.nic.in – भी बंद कर दी गई थीं. इसके बाद अब सभी सेवाएँ नए पोर्टल पर ही उपलब्ध हैं.
पहली बार लॉग इन करते समय पासवर्ड रीसेट करना होगा
नए पोर्टल पर पहली बार लॉगइन करने पर आपको अपना पासवर्ड रीसेट करना होगा. आपको अपने आवेदन की स्थिति की जानकारी एसएमएस और ईमेल के जरिए मिलती रहेगी.
इस सुविधा को और बेहतर बनाने के लिए सरकार ने ‘myCGHS’ मोबाइल ऐप भी लॉन्च किया है. इस ऐप के ज़रिए आप कार्ड से जुड़ी कई सेवाएँ जैसे कार्ड ट्रांसफ़र, आश्रितों को जोड़ना या कार्ड का प्रकार बदलना – सब कुछ ऑनलाइन कर सकते हैं.
पुराना डेटा सुरक्षित रहेगा
इस बदलाव के दौरान आपका कोई भी पुराना डेटा – जैसे कि दवा खरीद रिकॉर्ड, रेफरल हिस्ट्री या कार्ड की जानकारी – डिलीट नहीं किया जाएगा. सरकार ने डेटा सुरक्षा और आपकी गोपनीयता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है.
विभिन्न सीजीएचएस कार्यालयों और वेलनेस सेंटरों में मास्टर ट्रेनर तैनात किए गए हैं जो लाभार्थियों और कर्मचारियों को नई प्रणाली के बारे में समझाने और उनकी मदद करने के लिए मौजूद रहेंगे. किसी भी समस्या के मामले में, आप अपने नजदीकी सीजीएचएस कार्यालय या कार्ड अनुभाग से संपर्क कर सकते हैं.
यह बदलाव क्यों जरुरी?
सरकार का मानना है कि इस बदलाव से न केवल सीजीएचएस प्रणाली तकनीकी रूप से बेहतर होगी, बल्कि इससे लाभार्थियों को स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त करने में अधिक पारदर्शिता, विश्वास और सुविधा भी मिलेगी – विशेषकर पेंशनभोगियों और बुजुर्गों के लिए.