मध्यप्रदेश:– सूर्य ग्रहण 21–22 सितंबर 2025 की रात खगोल और ज्योतिष दोनों दृष्टियों से खास माना जा रहा है. यह आंशिक सूर्य ग्रहण होगा जो भारत में दिखाई नहीं देगा, लेकिन ज्योतिषीय प्रभाव हर राशि पर जरूर महसूस होगा. खगोलविदों के अनुसार, ग्रहण 21 सितंबर रात 10:59 बजे शुरू होगा, 22 सितंबर रात 1:11 बजे अपने चरम पर रहेगा और 22 सितंबर सुबह 3:23 बजे समाप्त होगा. यह घटना मुख्य रूप से कनाडा, अमेरिका, ग्रीनलैंड और आइसलैंड जैसे देशों से दिखाई देगी. भारत में यह दृश्य नहीं होगा, इसलिए सुतक काल लागू नहीं होगा, फिर भी ज्योतिष मान्यता अनुसार ग्रहण का असर राशियों पर रहेगा.
ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक यह ग्रहण कन्या राशि और उत्तर फाल्गुनी नक्षत्र में घटेगा. शनि की दृष्टि के कारण ग्रहण का असर और भी गहरा माना जा रहा है. विशेषज्ञों का मानना है कि इस समय जीवन के कई क्षेत्रों में अस्थिरता और मनोवैज्ञानिक दबाव महसूस हो सकता है.
खास तौर पर मेष, सिंह, कन्या और कुम्भ राशि के जातकों को अधिक सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है. मेष राशि के लोगों को स्वास्थ्य और प्रतियोगिता से जुड़ी चुनौतियाँ झेलनी पड़ सकती हैं. सिंह राशि वालों को पारिवारिक और आर्थिक दबाव का सामना करना पड़ सकता है. कन्या राशि में स्वयं ग्रहण होने के कारण आत्मनिरीक्षण और दिनचर्या में बदलाव का समय है. वहीं कुम्भ राशि के लोगों को साझेदारी और कानूनी मामलों में कठिनाइयाँ आ सकती हैं.
हालांकि, ग्रहण हमेशा नकारात्मक नहीं होता. यह पुराने मुद्दों को सुलझाने और आत्म-चिंतन का अवसर भी देता है. ज्योतिषियों का कहना है कि इस समय जल्दबाजी में बड़े निर्णय या निवेश से बचना चाहिए और स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना चाहिए.