बेंगलुरु, 20 मार्च। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने रविवार को कहा कि राज्य सरकार हिजाब मामले में याचिकाएं खारिज करने वाले मुख्य न्यायाधीश रितु राज अवस्थी सहित तीन न्यायाधीशों को वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान करेगी।
श्री बोम्मई ने यहां संवाददाताओं से कहा, “सरकार ने हिजाब पर फैसला सुनाने वाले कर्नाटक उच्च न्यायालय के तीनों न्यायाधीशों को वाई श्रेणी सुरक्षा देने का फैसला किया है।”
उल्लेखनीय है कि तमिलनाडु तौहीद जमात के नेता कोवई रहमतुल्लाह ने गुरुवार को मदुरई में एक सभा को संबोधित करते हुए न्यायाधीशोंं को मौत की धमकी दी थी।
रहमतुल्लाह का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें तौहीद जमात के नेता को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि जैसे झारखंड के एक न्यायाधीश की हत्या हुई थी, वैसे ही कर्नाटक के न्यायाधीशों को हिजाब के फैसले पर गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई गई है और पुलिस महानिदेशक को फौरन मामले की जांच कर आरोपी को हिरासत में लेने के लिए कहा गया है।उन्होंने कहा, “हम राष्ट्र-विरोधी लोगों के ऐसे राष्ट्र-विरोधी कामों को सहन नहीं कर सकते। हमें इस कृत्य को रोकना होगा।”
श्री बोम्मई ने कहा कि एक विशेष समुदाय की आक्रामकता का समर्थन करना धर्म-निरपेक्षता नहीं बल्कि साम्प्रदायिकता है।
उन्होंने कहा, “कृप्या चुप्पी तोड़ें और इस कृत्य की निंदा करें। हमें एक साथ खड़े होकर इसका विरोध करना है। न्यायपालिका की बदौलत ही कानून व्यवस्था काम कर रही है। अगर हम इसकी निंदा नहीं करते तो इससे देश के लोकतांत्रिक ढांचे पर गंभीर प्रभाव पड़ेंगे।”
कर्नाटक उच्च न्यायालय ने मंगलवार को कक्षा में हिजाब प्रतिबंध के विरोध में दायर की गई कई याचिकाओं को खारिज करते हुए यह फैसला सुनाया था कि हिजाब अनिवार्य धार्मिक परंपरा नहीं है।
तमिलनाडु पुलिस ने शनिवार को रहमतुल्लाह को तिरुनेलवेली और जमाल मोहम्मद उस्मानी को थंजावुर से गिरफ्तार किया था।
पुलिस ने टीएनटीजे के मदुरई जिलाध्यक्ष हबीबुल्लाह और उपाध्यक्ष असन बतशाह के खिलाफ सभा आयोजित करने के लिए मामला दर्ज किया है।
इसी बीच, बेंगलुरु पुलिस ने कल रहमतुल्लाह के खिलाफ एक और प्राथमिकी दर्ज की। सुधा कटवा नामक एक वकील ने पुलिस को दी गई शिकायत में कहा कि उनके सहकर्मी एस ऊमापति ने उन्हें व्हाट्सऐप पर तमिल भाषा में एक वीडियो भेजा जिसमें हिजाब मामले में फैसले को लेकर कर्नाटक के मुख्य न्यायाधीश और दो अन्य न्यायाधीशों को मौत की धमकी दी जा रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि यह वीडियो तमिलनाडु की एक जनसभा का है जहां रहमतुल्लाह झारखंड में एक न्यायाधीश की हत्या का हवाला दे रहा है। वह कर्नाटक के मुख्य न्यायाधीश को धमकी देते हुए कह रहा है कि लोगों को पता है कि वह सुबह सैर करने कहां जाते हैं।