,मध्यप्रदेश:– सुहागिनों ने पति की लंबी आयु के लिए करवा चौथ व्रत श्रद्धा और श्रृंगार के साथ रखा है. दिनभर निर्जला उपवास रखने के बाद अब आसमान में चांद की झिलमिलाहट देखने की शुरुआत हो रही है. ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, चांद को अर्घ्य देते समय कुछ विशेष सावधानियां बेहद जरूरी हैं, वरना व्रत का पूर्ण फल नहीं मिलता.
अर्घ्य जल में मिलाएं ये तत्व
चांद को अर्घ्य देने से पहले तांबे के लोटे में जल, अक्षत (चावल), रोली और थोड़ी सी दूध की बूंदें मिलानी चाहिए. ऐसा करने से चंद्रदेव प्रसन्न होते हैं और वैवाहिक जीवन में स्थिरता आती है.
दूसरी बात: सीधे आंखों से चांद को न देखें
शास्त्रों में कहा गया है कि चंद्रमा को छलनी या जल में प्रतिबिंब के रूप में देखना चाहिए. सीधे चांद को देखने से व्रत का प्रभाव कम हो सकता है, क्योंकि यह चंद्र दोष को सक्रिय कर सकता है.
तीसरी बात: पानी पिलाने से पहले करें यह मंत्र जाप
“ॐ सोमाय नमः” मंत्र का 11 बार जाप करते हुए पति को जल पिलाएं. यह मंत्र वैवाहिक जीवन में प्रेम, स्वास्थ्य और सौभाग्य का वरदान देता है।