नई दिल्ली:- देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के सबसे गहरे राजनीतिक संक्रमण के दौर में पार्टी अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालने वाले अनुभवी नेता मल्लिकार्जुन खरगे 2024 के चुनाव अभियान की चुनौतियों से निकलते हुए उर्जा और उत्साह के नए रंग में दिख रहे। चुनाव के इस मोड़ पर अब वे अपनी पार्टी के साथ विपक्षी गठबंधन आईएनडीआईए को सत्ता की दौड़ में शामिल होने का भरोसा दिखा रहे।
कांग्रेस घोषणापत्र के वादों के साथ दो चरणों के मतदान के पैटर्न को इस नई जगी उम्मीद का आधार मानते हुए दावा करते हैं कि इस चुनाव की लड़ाई जनता बनाम मोदी हो गई है, जिससे पनपी निराशा में पीएम मुसलमान, मंगलसूत्र, मुस्लिम लीग जैसे झूठे प्रचार के सहारे ध्रुवीकरण का प्रयास कर रहे।
विपक्ष का चुनावी चेहरा नहीं होने से नुकसान की बात से असहमत होते हुए कहते हैं कि जनता गठबंधन के दलों के साथ मिलकर चुनाव बाद चेहरा तय करेगी और सच्चाई यह है कि मोदी की गारंटी की बात करने के सिवाय भाजपा के पास क्या है यह देश को मालूम ही नहीं। देशभर में जारी अपने धुआंधार चुनाव प्रचार अभियान की व्यस्तताओं के बीच राजधानी दिल्ली के राजाजी मार्ग स्थित अपने आवास पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने लंबी बातचीत की। पेश है इसके मुख्य अंश:
सवाल: चुनाव में आरोपों-प्रत्यारोपों की जिस तरह झड़ी लगी है तो क्या माना जाए कि जनता के वास्तविक मुद्दों पर राजनीतिक पार्टियों को भरोसा नहीं है?
जवाब- ये हम नहीं कर रहे। हम कांग्रेस के पांच न्याय और 25 गारंटियों के जरिए जनता से संवाद कर रहे हैं। बेरोजगारी, महंगाई, किसानों की मुसीबतें, नारी न्याय, वंचित-पिछड़े वर्ग के लिए योजनाओं से लेकर लोकतंत्र-संविधान बचाने व हिस्सेदारी न्याय की आवाज उठा रहे। आरोपों की राजनीति तो भाजपा-मोदी साहब कर रहे हैं।
वह जिस तरह भटक रहे उसे लगता है कि चुनाव का रूख भांप वे निराश हो गए हैं। तभी ऐसी बातें बोल रहे जैसे लगता हो कि देश को आजादी 2014 में ही मिली और उसके बाद ही सब कुछ हो रहा है। पहले 60 साल में कांग्रेस तथा दूसरी पार्टियों ने जो सरकारें चलाई उसकी उपलब्धियां उनके लिए देश की विरासत नहीं।