नई दिल्ली:– राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण से लोगों का हाल बेहाल है। गुरुवार को थोड़ी राहत मिलने के बाद शुक्रवार को वायु प्रदूषण का स्तर शाम को फिर गंभीर श्रेणी में पहुंच गया। सफर-इंडिया के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक गुरुवार को 379 के साथ ‘बहुत खराब’ श्रेणी में था जो कल बिगड़ कर 419 पर पहुंच गया।
आज कहां कितना है AQI
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के मुताबिक, शनिवार सुबह 6 बजे दिल्ली का औसत एक्यूआई 419 दर्ज किया, जो वायु प्रदूषण की ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। इसके अलावा चांदनी चौक में AQI 440, IGI एयरपोर्ट (T3) 397, ITO 388, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम 394, आरके पुरम 423, ओखला फेज 2 420, पटपड़गंज 426, पूसा 398 और आया नगर 394 दर्ज किया गया।
दिल्ली में कई जगहों पर अभी वायु प्रदूषण ‘गंभीर’ श्रेणी में है, आनंद विहार में 458, अशोक विहार में 457, बवाना में 458, मुंडका में 443 और वजीरपुर में 467 एक्यूआई रिकॉर्ड किया गया है। इसके साथ ही धुंध और कोहरा छाए रहने से विजिबिलिटी भी कम हुई है। इससे वाहन चालकों परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बता दें कि 0-50 के बीच एक्यूआई अच्छा माना जाता है, 51-100 संतोषजनक, 101-200 मध्यम, 201-300 खराब, 301-400 बहुत खराब और 401-500 गंभीर माना जाता है।
कैसा रहेगा मौसम का हाल?
मौसम विभाग के अनुसार शनिवार सुबह स्माग के साथ-साथ मध्यम स्तर का कोहरा हो सकता है। मध्यम स्तर का कोहरा होने पर दृश्यता 200 से 500 मीटर रहती है। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान 27.2 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस अधिक है।
न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जो सामान्य है। न्यूनतम तापमान सबसे कम रिज एरिया में 8.5 डिग्री सेल्सियस और लोधी रोड में 9.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान सबसे अधिक पीतमपुरा में 15.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शनिवार को अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने मुख्य सचिव को लिखा पत्र
राजधानी दिल्ली में प्रदूषण को लेकर दिल्ली सरकार सख्त है। इस बीच शुक्रवार को दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सभी संबंधित विभागों से ग्रेप के नियमों को सख्ती से पालन करने के लिए मुख्य सचिव को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने लिखा कि ग्रेप के तहत प्रदूषण नियंत्रण के लिए निर्धारित उपायों को बिना किसी रुकावट के लागू किया जाना चाहिए।
इसमें प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर प्रतिबंध, निर्माण के दौरान उड़ने वाले धूल को नियंत्रित करना, औद्योगिक प्रदूषण को कम करना और विंटर एक्शन प्लान-2024 के तहत अन्य निर्देशों का पालन शामिल है।
इसके साथ ही कहा गया है कि वे उनके द्वारा उठाए गए कदमों और ग्रेप के दिशा-निर्देशों के पालन में प्रगति को दर्शाने वाली दैनिक रिपोर्ट दें। यह डेटा प्रदूषण नियंत्रण के उपायों के प्रभाव पर निगरानी रखने में तो मदद करेगा, साथ ही उन क्षेत्रों को चिह्नित करने में भी मदद करेगा, जहां ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है।
इन मानकों के उल्लंघन पर होगी कार्रवाई
वहीं प्रदूषण नियंत्रण के मानकों का उल्लंघन करने, जैसे तोड़फोड़ की गतिविधियां, खुले में कचरा जलाना, पराली जलाना आदि के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। दिल्ली सरकार के सभी विभागों को लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए विभिन्न व्यापार संघ, एनजीओ आदि से शामिल होने का निर्देश दिया गया है।
उन्होंने कहा कि इन अभियानों के जरिए लोगों को निजी वाहनों का कम उपयोग करने, खुले में कचरा जलाने से बचने और ‘एनवायरमेंट फ्रेंडली’तरीकों को अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
पत्र में यह भी कहा गया है कि दिल्ली के लोगों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए सभी विभागों के बीच तालमेल जरूरी है। पर्यावरण मंत्री ने अपील की है कि ग्रेप 4 के नियमों का पालन हो, इसकी निगरानी करें, ताकि एक्यूआई में आ रहे सुधार को न सिर्फ बनाया रखा जा सके, बल्कि उसे और बेहतर भी किया जा सके
