नई दिल्ली:- चुनाव शुरू होने से पहले राजनीतिक पार्टियां अपने घोषणा-पत्र को अंतिम रूप देने में जुटी हैं. घोषणा-पत्र में जातिगत वोट का भी खास ख्याल रखा जा रहा है. पहले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की बात की. फिर पीएम मोदी ने गरीब, युवा, किसान और महिलाओं को देश की चार जातियां बताया. अब बीजेपी ने अपने घोषणा-पत्र में इन्हीं चार जातियों पर फोकस करते हुए GYAN फॉर्मूले को अपनाया है. पार्टी ने अपने घोषणा-पत्र की थीम ‘मोदी की गारंटी’ और ‘विकसित भारत 2047’ रखी है. 4 अप्रैल को बीजेपी घोषणा-पत्र समिति की दूसरी बैठक होगी. माना जा रहा है कि इसमें घोषणा-पत्र को फाइनल किया जाएगा.
GYAN के 4 लेटर का अलग-अलग मतलब है. G का मतलब गरीब, Y का मतलब युवा, A का मतलब अन्नदाता और N का मतलब नारीशक्ति. पीएम मोदी ने कहा था कि थर्ड टर्म में बीजेपी गरीबों, युवाओं, किसानों और महिला सशक्तीकरण पर काम करेगी. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, घोषणा-पत्र में गरीब, युवा, अन्नदाता और महिलाओं के लिए कई महत्वपूर्ण वादे किए जाएंगे.
चुनाव घोषणा-पत्र समिति की अगली बैठक 4 अप्रैल को दिल्ली में होगी. इस बैठक में देशवासियों से मिले सुझावों को सेक्टर वाइज अलग-अलग करके रिपोर्ट पेश की जाएगी. इसके बाद इन सुझावों में कॉमन बातों को निकालकर कर सिंगल सुझावों को रखकर रिपोर्ट बनाई जाएगी.
बीजेपी की चुनाव घोषणा-पत्र समिति में केंद्र सरकार के 8 मंत्री और बीजेपी के 4 सीएम शामिल हैं. इसके अलावा कुछ पूर्व मुख्यमंत्रियों को भी समिति में शामिल किया गया है. समिति ने घोषणा-पत्र के लिए सुझाव मांगे थे. 1 अप्रैल को इस समिति की पहली बैठक हुई थी. तब केंद्रीय मंत्री और घोषणा-पत्र समिति के सह-संयोजक पीयूष गोयल ने बताया था कि बीजेपी को अपनी मिस्ड कॉल सेवा के जरिए 3.75 लाख से ज्यादा सुझाव मिले हैं. साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऐप पर लगभग 1.70 लाख सुझाव मिले.
लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी ने बीजेपी से मुकाबला करने के लिए बड़ी प्लानिंग की है. बूथ लेवल पर पार्टी को मजबूत करने के लिए अखिलेश यादव लंबे समय से पीडीए फॉर्मूले पर काम कर रहे हैं. पीडीए यानी- पिछड़ा वर्ग, दलित और अल्पसंख्यक समुदाय।
