नई दिल्ली:– हिन्दू धर्म में भगवत गीता को बहुत ही पवित्र ग्रंथ के तौर पर माना जाता है, इसमें श्रीकृष्ण ने अर्जुन को जीवन का सार समझाया है। दरअसल महाभारत युद्ध शुरू होने के ठीक पहले भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को जो उपदेश दिए वह श्रीमद्भगवद्गीता के नाम से प्रसिद्ध हैं। भगवत गीता में 28 अध्याय और 700 श्योक हैं। जिंदगी की गहराई से समझने के लिए भगवत गीता पढ़ने के लिए कहा गया है।
श्रीकृष्ण ने जीवन से जुड़ी जरूरी बातों में महिलाओं को लेकर भी कुछ खास जानकारी दी है। कुछ इस तरह की भी बातें बताई हैं जो कहीं ना कहीं एक राज की तरह लगती हैं। लेकिन इनमें कुछ बातें ऐसी भी हैं जिन्हें जानकर आपको लगेगा कि कलयुग में ऐसा होना मुमकिन नहीं है। शायद ही ऐसा होता भी होगा।
भगवत गीता में श्रीकृष्ण ने कहा है कि महिलाएं कभी भी अपना प्यार नहीं बांटती हैं। इतना ही नहीं वो हमेशा प्यार पर अपना पूरा अधिकार मानती हैं। वैसे कलयुग की बात करें तो महिलाएं इस समय भी कुछ ऐसी हैं। शायद ही कोई महिला होगी जो कभी अपने प्यार को बांट सके। प्यार में महिला क्या कोई भी बांटने जैसी चीज को समझ नहीं समझ सकता है।
भगवान श्रीकृष्ण ने बताया कि जब कोई महिला प्यार में होती है या फिर पत्नी बन जाती है। तो अपने पति का इतना ज्यादा ख्याल रखती है कि उसे छोटी-छोटी बातें परेशान करने लग जाती हैं। जब प्यार बढ़ता है तो समझ कम हो जाती है। इसलिए उन्हें छोटी परेशानियां भी बड़ी लगने लग जाती हैं।
भगवत गीता में श्रीकृष्ण का कहना है कि जब कोई महिला दिल से किसी पुरुष को चाहती है तो वो उससे नजरें नहीं मिला पाती है। बल्कि हमेशा अपने प्यार को नजरों में छिपाकर रखती है। हालांकि कलयुग में इस की बात पर यकीन करना थोड़ा मुश्किल है। क्योंकि इस समय की महिलाओं में ऐसी सादगी कम ही होती है।
भगवत गीता के मुताबिक महिलाओं मे एक खूबी होती है कि वह कभी किसी की उधारी नहीं रखती हैं। पहले तो वो उधार लेने से ही बचती हैं लेकिन कभी मुश्किल वक्त में उधार लेने की जरूरत पड़ जाए तो समय पर लौटा भी देती हैं। जब तक उधारी चुकता नहीं होती हैं वह चिंता में ही रहती हैं। कलयुग की बात करें तो आज के समय में इस तरह के कम ही लोग देखने को मिलते हैं।