*महाराष्ट्र:-* महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव की तैयारियां तेज है. विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी MVA और सत्तारूढ़ गठबंधन महायुति ने दूसरे चरण के मतदान के लिए अपनी-अपनी तैयारियां शुरू कर दी है. इस बीच महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे का बड़ा बयान सामने आया है जहां उन्होंने MVA सरकार को लेकर बड़ा आरोप लगाया है.एकनाथ शिंदे का बड़ा खुलासा?TOI के अनुसार, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने खुलासा किया है कि महा विकास अघाड़ी MVA सरकार ने बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं को जेल में डालने की तैयारी कर ली थी. सीएम शिंदे ने दावा किया कि देवेंद्र फडणवीस, आशीष शेलार, गिरीश महाजन और प्रवीण दरेकर को झूठे मामलों में गिरफ्तार करने की साजिश थी. इतना ही नहीं, 2024 चुनाव से पहले कुछ बीजेपी विधायकों को तोड़ने की भी योजना थी.एकनाथ शिंदे का बड़ा आरोपएकनाथ शिंदे ने कहा, MVA सरकार में मेरे साथ बहुत अपमानजनक व्यवहार किया गया. मेरे अकाउंट में आदित्य ठाकरे का काफी दखल था. इसने मुझे किनारे रखकर राज्यसभा उम्मीदवार चयन में गड़बड़ी पैदा कर दी. महा विकास अघाड़ी सरकार के दौरान उद्धव ठाकरे ने मुझे हमेशा विफल किया है. मेरे शहरी विकास खाते के दौरान मुझे कभी भी स्वतंत्र रूप से काम करने की अनुमति नहीं दी गई. इसमें हमेशा से ही ठाकरे परिवार का हस्तक्षेप रहा. मुझे कभी भी स्वतंत्र रूप से काम करने की अनुमति नहीं दी गई.सीएम शिंदे ने आगे कहा, आदित्य ठाकरे हमेशा दखल दे रहे थे. वह नगर विकास, एमएमआरडीए, सिडको और महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम की बैठकों में भाग लेते थे. शिवसेना छोड़ने से पहले, ठाकरे की योजना मुझसे शहरी विकास खाता छीनने की थी.सीएम पद के ऑफर के बारे में एकनाथ शिंदे ने कहा, मैंने सूरत जाते समय वसई में एक चाय की दुकान से उद्धव ठाकरे को फोन किया था. उस समय, उद्धव ठाकरे ने मुझे मुख्यमंत्री पद की पेशकश की थी. लेकिन मैंने कहा कि समय बीत चुका है. इसके बाद उद्धव ठाकरे ने दिल्ली में बीजेपी नेताओं को फोन किया और कहा कि हम फिर से एकजुट होंगे.मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस बात से इनकार किया कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने मुख्यमंत्री पद के लिए उद्धव ठाकरे का नाम प्रस्तावित किया था. उन्होंने कहा, इसके विपरीत, ठाकरे ने उनसे कहा था कि “वह उन्हें मुख्यमंत्री बनाएंगे. लेकिन बाद में शरद पवार ने मुझे बताया कि ठाकरे के लोगों ने मुख्यमंत्री पद के लिए उद्धव ठाकरे के नाम की सिफारिश की थी. उन्होंने ही शरद पवार से उद्धव ठाकरे का नाम प्रस्तावित करने का अनुरोध किया था.