अरमान रजा
अम्बिकापुर, 23 मार्च। राजीव गांधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अम्बिकापुर में एनएसएस के तत्वाधान में शहीद दिवस मनाया गया। संस्था की प्राचार्य प्रोफेसर रशीदा परवेज़ के मार्गदर्शन में यह कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत में एनएसएस के जिला समन्वयक प्रोफेसर एस एन पांडेय, प्रोफेसर आर के जायसवाल, प्रोफेसर ममता गर्ग और कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रोफेसर अजय पाल सिंह के साथ अन्य लोगों के द्वारा शहीदों को नमन करते हुए सुखदेव, राजगुरु और शहीद-ए-आजम भगत सिंग के प्रतीक स्वरूप तस्वीरों पर पुष्पांजलि दी गयी।
बड़ी संख्या में उपस्थित छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए प्रोफेसर पांडे ने कहा कि भारत माँ के सपूत भगतसिंह, सुखदेव और राजगुरु के बलिदान दिवस को शहीद दिवस के रूप में मनाने की परंपरा है और इन परम्पराओं से हमें सीख लेनी चाहिए। कार्यक्रम के मुख्य वक़्ता प्रोफेसर अजय पाल सिंह ने भगत सिंह जैसे राष्ट्र प्रेमियों के बलिदान से प्रेरणा लेते हुए युवाओं को राष्ट्रनिर्माण में योगदान देने हेतु आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हम जहाँ हैं, जिस स्थिति में हैं, वहीं से राष्ट्रहित के लिए किया गया एक छोटा सा प्रयास भी भारत को मजबूत और प्रगतिशील बनाएगा। उन्होंने यूक्रेन और द कश्मीर फाइल्स पर चर्चा करते हुए युवाओं को स्थिति-परिस्थिति का सही और राष्ट्रहित में समुचित विश्लेषण करने की सलाह दी।
भारतीय इतिहास में भगत सिंह व अन्य बलिदानियों के प्रयासों के साथ उनके त्याग और तपस्या की बातें करते हुए प्रोफेसर अजयपाल ने अपने ओजस्वी विचारों से सभी को राष्ट्रहित के लिए प्रेरित कर दिया। प्रोफेसर ममता गर्ग ने अपने उद्बोधन में भगतसिंह, सुखदेव और राजगुरु के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए राष्ट्रीय आन्दोलन में इनके योगदान का विशद विश्लेषण किया। यूनिसेफ की सामाजिक कार्यकर्ता ममता चौहान ने सभी को देशहित में कार्य करने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम का संचालन एनएसएस इकाई-2 की कार्यक्रम अधिकारी प्रोफेसर रोजलिलि बड़ा ने किया। संचालन के दौरान उन्होंने वक्ताओं के विचारों को उध्दृत करते हुए कार्यक्रम में निरंतर उत्साहजनक माहौल बनाये रखा।एनएसएस इकाई-1 के कार्यक्रम अधिकारी प्रोफेसर राजीव कुमार ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी का आभार व्यक्त करते हुए छात्रों को सदैव सकारात्मक कार्य करने को कहा।