नई दिल्ली:– बहुजन समाज पार्टी की नजर 2027 में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव पर है। चुनाव से पहले बसपा संगठन को मजबूत और धारदार बनाने में लगी हुई है। इसी के चलते बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने आज यानी 2 मार्च को लखनऊ में बड़ी राष्ट्रीय बैठक बुलाई है। इस बैठक में देशभर से नेताओं को बुलाया गया है। कई राज्यों से बसपा के प्रदेश अध्यक्षों को भी बुलाया गया है।
दो साल बाद होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए बसपा प्रमुख मायावती ने पार्टी संगठन में बदलाव कर उसे नए सिरे से खड़ा करना शुरू कर दिया है। अब पार्टी के हर मंडल में जहां चार प्रभारी होंगे, वहीं जिले और विधानसभा क्षेत्र में एक की जगह दो प्रभारी होंगे।
लगभग सभी नेता पार्टी दफ्तर पहुंच चुके हैं लेकिन मायावती के भतीजे आकाश आनंद नदारद दिखाई दे रहे हैं। बीते दिनों बसपा सुप्रीमों द्वारा आकाश आनंद के ससुर अशोक सिद्धार्थ को पार्टी से बाहर करने सोशल मीडिया पर बसपा के उत्तराधिकारी की खूबियां बताने के बाद से माना जा रहा है कि वह ‘बुआजी’ से नाराज चल रहे हैं।
बदलेगी नेताओं की जिम्मेदारी!
बसपा सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में कुछ नेताओं की जिम्मेदारी बदली जा सकती है। हाल के दिनों में कुछ राज्यों में बसपा के प्रदेश अध्यक्ष भी बदले गए हैं। चुनाव खत्म होते ही पार्टी ने दिल्ली में नया अध्यक्ष नियुक्त कर दिया। चर्चा है कि इस बीएसपी बैठक में मायावती अपने भतीजे आकाश आनंद के ससुर अशोक सिद्धार्थ पर चौंकाने वाला फैसला ले सकती हैं। बैठक का एजेंडा पिछली बैठक में तय किए गए कार्यों की समीक्षा है।
संगठन में किए गए बदलाव
पार्टी सूत्रों के मुताबिक 25 फरवरी को दिल्ली से लखनऊ पहुंचीं बीएसपी प्रमुख मायावती ने प्रदेश पदाधिकारियों के साथ अलग-अलग बैठक कर संगठन में बदलाव किए हैं। वर्ष 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी के बेहतर प्रदर्शन के लिए मायावती ने पहली बार मंडल से लेकर जिला स्तर तक 1028 प्रभारी नियुक्त किए हैं। 18 मंडलों में चार-चार, 75 जिलों में दो-दो और 403 विधानसभा क्षेत्रों में दो-दो प्रभारी नियुक्त किए गए हैं। पदाधिकारियों की जिम्मेदारियां भी बदली गई हैं।
अशोक सिद्धार्थ की होगी वापसी!
मायावती अपना फैसला बदल सकती हैं। ऐसा वह पहले भी कई बार कर चुकी हैं। जिस नेता को हटाती हैं, उसे फिर से वही काम मिल जाता है। मायावती के मन में क्या है! यह कोई नहीं जानता। वह कई मौकों पर अपने फैसलों से चौंका चुकी हैं। मायावती अपने भतीजे के ससुर को पार्टी से निकालने का फैसला वापस ले सकती हैं।
पिछले दिनों भतीजे व पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक आकाश आनंद के ससुर डॉ. अशोक सिद्धार्थ को पार्टी से निकालते हुए मायावती ने जिस तरह अपने उत्तराधिकारी की खूबियों के बारे में एक्स पर लिखा, उससे चर्चा है कि रविवार को बसपा प्रमुख इस संबंध में भी कोई अहम घोषणा कर सकती हैं।
पिछले एक महीने में जिस तरह मायावती ने तीसरी राष्ट्रीय स्तर की बैठक बुलाई है, उससे भी कई तरह की चर्चाओं को जन्म मिला है। सूत्रों के मुताबिक बैठक में मायावती पार्टी का जनाधार बढ़ाने के कार्यों की समीक्षा के साथ ही 15 मार्च को बसपा संस्थापक कांशीराम की जयंती पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम की रूपरेखा के बारे में भी बताएंगी।